पटना:
बिहार विधानसभा मानसून सत्र का आज तीसरा दिन है। तीसरे दिन भी अग्निपथ योजना को लेकर विपक्ष का हंगामा जारी है। दोपहर 2 बजे शुरू हुई कार्यवाही के बाद एक बार स्थिति ऐसी बन गई कि सदन में सत्ता पक्ष के अधिकांश सदस्य ही नहीं थे। इस दौरान उत्कृष्ट विधायक सम्मान को लेकर चर्चा होनी थी। विपक्ष ने अपनी मांगों को लेकर पहले ही सदन का बहिष्कार कर दिया था। बाद में जदयू के अधिकतर विधायक भी निकल गए। इसे लेकर स्पीकर विजय सिन्हा नाराज हो गए और उन्होंने सदन को स्थगित कर दिया।
सदन में विपक्ष के हंगामे के कारण दोपहर 2 बजे तक कार्यवाही स्थगित की गई। इससे पहले लगातार हंगामे को देखते हुए कार्यवाही 12 बजे तक रोकी गई थी। बता दें कि विपक्षी दल के हंगामे को देखते हुए सदन के अंदर से लेकर बाहर तक पुलिस की तैनाती की गई है।
कार्य मंत्रणा की बैठक भी विफल
हंगामे को देखते हुए दोपहर 12 बजे के करीब कार्य मंत्रणा की बैठक बुलाई गई। बैठक विधानसभा अध्यक्ष के नेतृत्व में बुलाई गई थी जिसमें नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, डिप्टी सीएम रेणु देवी, संसदीय कार्य मंत्री विजय सिन्हा, कांग्रेस से अजीत शर्मा, जीतन राम मांझी, एआईएमआईएम से अखरूल इमाम, वाम दल के सत्यदेव राम और महबूब आलम मौजूद थे। हालांकि कार्य मंत्रणा समिति की मीटिंग विफल रही और दोनों पक्ष एकमत नहीं हो सके।
अग्निपथ योजना वापस लें सरकार
विपक्षी पार्टी का कहना है कि अग्निपथ योजना को केंद्र सरकार द्वारा वापस लिया जाए। इसी कड़ी में 'अग्निपथ' के विरोध में प्रस्ताव पारित हो और केंद्र सरकार पर दबाव बने। कांग्रेस विधायक दल के नेता अजित शर्मा ने कहा कि हम चाहते हैं कि यह प्रस्ताव जल्द से जल्द पारित हो। हंगामा को देखते हुए उम्मीद है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज जवाब देंगे। नीतीश कुमार यह भी बताएंगे कि अग्निपथ योजना को लेकर बिहार सरकार की क्या मंशा है? विपक्ष ने भी अपनी मंशा साफ कर दी है कि सरकार जब तक अग्निपथ योजना को लेकर अपनी स्थिति स्पष्ट नही करेगी, तब तक हंगामा जारी रहेगा।
इस सत्र में कुल पांच बैठक
बता दें कि इस सत्र में कुल पांच बैठक होंगे। 24, 27, 28, 29 और 30 जून को सदन की कार्यवाही चलेगी। इस दौरान दोनों सदनों में वित्तीय वर्ष 2022-23 का प्रथम अनुपूरक बजट पेश होगा और राजकीय विधेयक पारित होने के साथ-साथ कई महत्वपूर्ण विधायी कार्य किये जाएंगे।