द फॉलोअप डेस्क
बिहार के स्वास्थ्य व्यवस्था का हाल किसी से छुपा नहीं है। स्वास्थ्य विभाग की बदहाली किस कदर है इसकी स्थिति रविवार को मुंगेर में देखने को मिली। यहां पिछले 4 दिन से एक बेबस पति अपने पत्नी के सीने में फंसी गोली को निकलवाने के लिए अस्पताल से अस्पताल भटक रहा है। लेकिन अबतक उसका इलाज संभव नहीं हो पाया है। हालत यह है कि वह खगड़िया,बेगूसराय,भागलपुर का चक्कर काटने के बाद डॉक्टरों ने उन्हें पटना जाने की हिदायत दे दी। महिला का नाम काजल देवी है। आर्थिक तंगी के कारण पति काजल को अच्छे अस्पताल में नहीं ले जा रहा।
घरेलु विवाद में चली गोली
मामला 7 दिसंबर का है। घरेलु विवाद में गोली चलाई गई थी। जिसमें बीच बचाव में आई महिला को गोली लग गई। मुफस्सिल थाना क्षेत्र के गंगापार टीकारामपुर देवनंदन मंडल टोला वार्ड संख्या-6 निवासी पप्पू मिश्रा के घर पर उसका साला कन्हैया झा अपनी पत्नी काजल देवी के साथ रहता है। सात दिसंबर की सुबह साला-जीजा में किसी बात को लेकर कहासुनी हो रही थी। तभी वहां पर गांव का ही पूनम सिंह पहुंचा और कर्ज दिये गये अपने 500 रुपया मांगा। जब वह कन्हैया से पैसा मांगा तो दोनों में विवाद हो गया और मारपीट होने लगी। तभी पूनम ने गोली चला दी। जो गोली बीच-बचाव करने पहुंची कन्हैया झा की पत्नी काजल देवी के दाहिने तरफ पेट के नीचे लगी। गोली लगने के बाद महिला को आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया।
गोली उसके सीने में फंसी
काजल को परिजनों ने पहले खगड़िया सदर अस्पताल में भर्ती कराया। वहां से डॉक्टर ने उसे बेगूसराय, भागलपुर फिर पटना रेफर कर दिया गया। पटना पहुंचने पर डॉक्टर ने ऑपरेशन का दो से तीन लाख रुपये मांगा गया, लेकिन उसकी आर्थिक स्थिति इतनी खराब है कि निजी अस्पताल से परिजन उसे लेकर घर टीकारामपुर ले आया। इसके बाद रविवार को मुफस्सिल थाना पुलिस उसका बयान लेने टीकारामपुर गांव पहुंचा। जब पुलिस को पता चला कि गोली उसके सीने में फंसी है तो उसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन मुंगेर सदर अस्पताल प्रबंधन ने उसे फिर से पटना आइजीएमएस अथवा पीएमसीएच रेफर कर दिया।