पटना:
बिहार सरकार (Bihar government) ने राज्य में शिक्षा व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए अहम कदम उठाया है। सरकार ने फैसला किया है कि बिहार के 7 हजार प्लस-2 स्कूलों में अतिथि शिक्षक की नियुक्ति (Appointment of guest teacher in 7 thousand schools in the year) की जायेगी। शिक्षा विभाग की रणनीति है कि सातवें चरण की नियुक्ति होने तक विषय विशेष के शिक्षकों का प्रबंध किया जाये। इसके लिए साल से 8 हजार शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी। जिन विषयों के शिक्षकों की नियुक्ति की जानी है, उनमें गणित, भौतिकी, रसायन शास्त्र, जूलॉजी, वनस्पति विज्ञान, कॉमर्स ,अंग्रेजी व अन्य भाषा विषय शामिल हैं।
नियोजन से होगी जरूरत की पूर्ति
मिली जानकारी के अनुसार जल्द ही नियुक्ति प्रक्रिया की शुरुआत होगी। प्रदेश में 9300 प्लस टू स्कूलों में करीब 2 हजार स्कूलों में करीब ढाई हजार अतिथि शिक्षक पहले से काम कर रहे हैं। इन सभी स्कूलों में पिछले 2 से 3 सालों में विषय विशेषज्ञों के अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति इसलिए नहीं हो सकी थी कि वहां छठे चरण का शिक्षक नियोजन चल रहा था। उम्मीद थी कि इस नियोजन के जरिये जरूरत के शिक्षकों की पूर्ति हो सकेगी।
केवल 668 पद ही भरे जा सके थे
माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूलों में छठे चरण के निर्धारित शेड्यूल के तहत केवल 2716 शिक्षक (केवल 8 फीसदी) नियुक्त हो सके हैं। नियोजन से पहले खाली पदों की संख्या 32714 थी। नियुक्ति प्रक्रिया लगभग पूरी होने के बाद 29998 पद रिक्त रह गये हैं। सर्वाधिक रिक्तियां हायर सेकेंडरी में रिक्त रह गयी हैं। यहां केवल 3 फीसदी ही खाली पद भरे जा सके हैं। माध्यमिक स्कूलों के रिक्त पदों में 13325 पदों में केवल 2048 और उच्च माध्यमिक स्कूलों में 19389 रिक्त पदों में केवल 668(3.44 फीसदी) पद ही भरे जा सके हैं।