द फॉलोअप डेस्क
ED ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में बड़ी कार्रवाई करते हुए शुक्रवार को IAS अधिकारी संजीव हंस और पूर्व विधायक गुलाब यादव को गिरफ्तार कर लिया है। IAS संजीव हंस को पटना स्थित उनके सरकारी आवास से और गुलाब यादव को दिल्ली के एक रिसॉर्ट से गिरफ्तार किया गया है। यह कार्रवाई ED ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में की है। संजीव हंस के ठिकानों पर छापेमारी के बाद ED की ओर से कार्रवाई की गई है।
1997 बैच के IAS हैं संजीव हंस
आपको बता दें, संजीव हंस 1997 बैच के IAS अधिकारी हैं, जो ऊर्जा विभाग में एक पावर कंपनी के प्रधान सचिव रह चुके हैं। संजीव पर अपने पद का दुरुपयोग कर काली कमाई करने का आरोप लगा है। ईडी की जानकारी के मुताबिक, पंजाब के मोहाली और कसौली में संजीव हंस ने करोड़ों की बेनामी संपत्ति खरीदी है और इसी मामले में उन्हें अरेस्ट किया गया है। वहीं, संजीव हंस के साथ गिरफ्तार हुए गुलाब यादव दिल्ली में उनके करीबी सहयोगी रहे हैं। कई बार हुई है संजीव के ठिकानों पर छापेमारी
जानकारी हो, शुक्रवार को ED ने संजीव हंस के पटना और दिल्ली में मौजूद कई ठिकानों पर छापेमारी की थी। इसी छापेमारी के बाद संजीव हंस और गुलाब यादव को गिरफ्तार किया गया। बहरहाल, यह पहली बार नहीं है, जब ED ने संजीव हंस के ठिकानों पर छापेमारी की हो। इससे पहले भी पिछले महीने ED की टीम ने संजीव और उनके करीबियों के ठिकानों पर छापेमारी की थी। उस दौरान ED को काफी मात्रा में सोने-चांदी के आभूषण और नकदी मिले थे।नया मामला हुआ दर्ज
मिली सूचना के मुताबिक, संजीव हंस के खिलाफ कुछ दिन पहले ही 14 सितंबर को मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत एक नया मामला दर्ज किया गया था। इसमें संजीव हंस और गुलाब यादव के साथ उनके परिवार के सदस्यों समेत लगभग 14 लोगों पर आरोप लगे हैं। ED ने जांच के दौरान संजीव हंस की पत्नी के साथ कई रिश्तेदारों के खिलाफ भी ठोस सबूत बरामद किए हैं। ED मामले की गंभीरता को भांपते हुए तेज गति से कार्रवाई कर रही है। वहीं, इसकी जानकारी ED ने बिहार स्पेशल विजिलेंस यूनिट (SVU) के साथ भी साझा की है, जिसकी एक टीम केंद्रीय जांच एजेंसियों से मिली जानकारी की जांच कर रही है।