द फॉलोअप डेस्क:
पूर्व आईएएस और छत्तीसगढ़ उत्पाद विभाग के पूर्व विशेष सचिव अरुण त्रिपाठी को गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि छत्तीसगढ़ में 776 करोड़ रुपये के शराब घोटाले के मामले में गोपालगंज पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी भोरे थानाक्षेत्र के सिसई गांव से की है। पुलिस कप्तान स्वर्ण प्रभात ने गिरफ्तारी की पुष्टि की है।
अरुण पति त्रिपाठी जनवरी से थे फरार
एसपी ने बताया कि छत्तीसगढ़ के भिलाई निवासी प्रकाश पति त्रिपाठी का बेटा अरुण पति त्रिपाठी 9 महीने जेल में रहने के बाद जेल से बाहर आया था और जनवरी 2023 से अपना मोबाइल बंद कर फरार था। आईएएस कैडर के अधिकारी और छत्तीसगढ़ में उत्पाद विभाग के पूर्व विशेष सचिव अरुण प्रति त्रिपाठी के खिलाफ घोटाले का मामला दर्ज किया गया है।
गोपालगंज से हुई गिरफ्तारी
एसपी ने बताया कि छत्तीसगढ़ पुलिस के इनपुट पर गोपालगंज के भोरे थानाक्षेत्र की पुलिस ने अरुण पति त्रिपाठी को सिसई गांव से गिरफ्तार कर छत्तीसगढ़ की एसीबी पुलिस को सौंप दिया। वहीं, गिरफ्तारी के बाद पूर्व विशेष सचिव अरुण पति त्रिपाठी का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें वह छत्तीसगढ़ में नई सरकार बनने के बाद साजिश के तहत फंसाए जाने का आरोप लगा रहे हैं।
जानिए पूरा मामला
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, छत्तीसगढ़ में 776 करोड़ रुपये के शराब घोटाले का मामला सामने आया था, जिसमें सरकार ने एसीबी और ईओडब्ल्यू से नए सिरे से जांच कराने के लिए एफआईआर दर्ज कराई थी। एफआईआर में गोपालगंज के भोरे थाना क्षेत्र के सिसई निवासी और छत्तीसगढ़ के उत्पाद विभाग के पूर्व विशेष सचिव और छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कॉरपोरेशन लिमिटेड (सीएसएमसीएल) के एमडी अरुणपति त्रिपाठी समेत 70 लोगों को आरोपी बनाया गया है। इस मामले में अरुण पति त्रिपाठी फरार चल रहे थे। गोपालगंज पुलिस ने उन्हें भोरे थाना क्षेत्र के सिसई गांव से गिरफ्तार कर छत्तीसगढ़ की एसीबी पुलिस को सौंप दिया।