logo

दिल्ली : ना तो मैं पीएम पद का दावेदार हूं और ना ही मुझे इसकी इच्छा है, दिल्ली में बोले सीएम नीतीश

a1719.jpg

दिल्ली: 

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन दिनों दिल्ली दौरे पर हैं। मंगलवार को नीतीश कुमार ने सीपीआई (एम) कार्यालय पहुंचकर वरिष्ठ वामपंथी नेता सीताराम येचुरी से मुलाकात की। मुलाकात के पश्चात नीतीश कुमार ने कहा कि इस मीटिंग के दौरान हमने चर्चा है कि यदि वामदल, विभिन्न राज्यों के क्षेत्रीय दल और कांग्रेस साथ आते हैं तो बहुत बड़ी बात होगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस दौरान सीपीआई नेता डी राजा से भी मुलाकात की और अहम चर्चा की। 

देश का मॉडल देश में लागू करना चाहते हैं! 
पत्रकारों द्वारा बिहार मॉडल को लेकर पूछे गए सवाल को लेकर सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार मॉडल क्या है? हम देश का मॉडल बनाने के लिए काम कर रहे हैं। दरअसल, पत्रकारों ने उनसे पूछा था कि क्या वे बिहार मॉडल को पूरे देश में लागू करेंगे। गौरतलब है कि नीतीश कुमार को अगले लोकसभा चुनाव में विपक्ष की ओर से पीएम पद का उम्मीदवार बताया जा रहा है। जब पत्रकारों ने उनसे इस बाबत सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि मैं इसका दावेदार नहीं हूं। मुझे इसकी इच्छा भी नहीं है। 

बिहार के विकास का देश में भी होता है असर
मुलाकात के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए सीपीआई नेता डी राजा ने नीतीश कुमार को लेकर कहा कि जिस तरह से उन्होंने बीजेपी से नाता तोड़ लिया और बिहार में धर्म-निरपेक्ष लोकतांत्रिक ताकतों वाले महागठबंधन में शामिल हो गये। हम उनके इस कदम का स्वागत करते हैं। डी राजा ने कहा कि बिहार में विकास केवल बिहार तक सीमित नहीं है। कहा कि बिहार का विकास का देश के राजनीतिक पाठ्यक्रम में भी बहुत बड़ा प्रभाव है। हम बदलाव का प्रयास कर रहे हैं। 

 

बीजेपी को हराने के लिए एकजुट होना होगा
डी राजा ने कहा कि अब समय आ गया है कि देश के सभी धर्मनिरपेक्ष दलों, वाम दलों और क्षेत्रीय दलों को एक साथ आना चाहिए और देश और उसके भविष्य के हित में बीजेपी को हराने के लिए एकजुट होकर लड़ना चाहिए। नीतीश कुमार यही प्रयास कर रहे हैं। हम उनके साथ हैं और वे हमारे साथ हैं। उन्होंने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव बदलाव का द्योतक होगा। 

सीताराम येचुरी ने नीतीश का स्वागत किया
सीपीआई (एम) नेता सीताराम येचुरी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हमारे कार्यालय में आए। हम इसका स्वागत करते हैं। उन्होंने कहा कि ये देश की राजनीति के लिए एक सकारात्मक संदेश है। सीताराम येचुरी ने कहा कि विपक्षी दलों को साथ मिलकर देश और संविधान को एक साथ बचाना है। गौरतलब है कि नीतीश कुमार ने इससे पहले कांग्रेस के नेताओं से भी मुलाकात की थी।