द फॉलोअप डेस्क
इंटरनेट और सोशल मीडिया के इस दौर में लोग असंवेदनशील होते जा रहे हैं। लाइक और वायरल होने की भूख में लोग किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं। मीम्स और रील्स के दौर में लोग इस कदर असंवेदनशील हो गए हैं कि उन्हें किसी के जीने और मरने से भी कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। आए दिन सोशल मीडिया पर कई तरह के मीम्स वायरल होते हैं। आप भी उसे चटकारे लेकर पढ़ते होंगे, उसपर हंसते भी होंगे लेकिन, क्या आपने कभी सोचा है कि अब जिस मीम्स पर हंस रहे हैं उससे कोई इतना आहत हुआ कि अपनी जान दे दी। मीम-रील्स से परेशान एक बुजुर्ग बाबा ने सरेआम फांसी लगा ली। उस वक्त भी उन्होंने रोकने की जगह लोग तमाशा देखते रहे और वीडियो बनाते रहे।
युवक को लोग करने लगे परेशान
मामला राजस्थान के जोधपुर के फलोदी जिले के लोहावट कस्बे के जोधपुर-फलोदी स्टेट हाईवे पर गेंगहट के निकट रविवार देर शाम को एक बुजुर्ग ने आत्महत्या कर ली। बुजुर्ग को पिछले कुछ दिनों से अपनी रेहड़ी के साथ भंगार बाबा के नाम से जाना जा रहा था। कई लड़कों ने उनको लेकर इंस्टाग्राम पर मीम और रील्स बनाकर अपलोड किए थे। वीडियो ट्रेंड करने लगा। फिर यह बुजुर्ग जहां कहीं दिखते तो युवक उनका मजाक बनाने लगे। इससे आहत बुजुर्ग ने अपना दिमागी संतुलन खो दिया।
फांसी लगा रहे युवक को देखते रहे लोग
बता दें कि भंगार लेवणो है थारे' से चर्चित हुए बुजुर्ग बाबा ने रविवार को लोहावट में लोगों की मौजूदगी में ही पेड़ पर चढ़कर फांसी लगा ली। वहां मौजूद लोग देखते रहे। जैसे ही फंदा लगाया, वहां खड़े लोग बाबा को बचाने के बजाय भाग गए। उनके फांसी पर चढ़ने से पहले तक कुछ युवक ने उन्हें रोकने और मांफी मांगने के बजाय, 'भंगार लेवणो है' कह कर परेशान करते रहे। हर तरफ मजाक से घिरे बुजुर्ग बाबा ने फलौदी स्टेट हाईवे के पास ठेला छोड़ कर पेड़ पर चढ़कर फांसी लगा ली। कुछ लोगों को तो माजरा ही समझ नहीं आया और कुछ भाग गए। बाद में लोहावट पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। उसके पास मिले दस्तावेज के अनुसार भंगार वाले बाबा का असली नाम प्रताप राम चौहटन था और वह बाड़मेर के रहने वाले थे।
जापानी महिला पर्यटक मेगुनी के दोस्तों ने बनाया था वीडियो
जानकारी के अनुसार, करीब 2 महीने पहले एक जापानी महिला पर्यटक मेगुनी राजस्थान घूमने आई थी। एक दिन वो अपने साथियों के साथ मारवाड़ घूमने जा रही थी। उसी दौरान भंगार का काम करने वाला बुजुर्ग प्रताप राम चौहटन हाथ ठेला लेकर आता दिखा। उसी दौरान जापानी पर्यटक मेगुनी के साथी इस बाबा का वीडियो बनाते हुए बोल थे कि 'यह बोलते नहीं हैं।' तभी बाबा बोलते हैं- 'माथो मत खा थारे भंगार देवणो है।' मतलब यह कि आपको क्या करना है, भंगार लेना है क्या... तभी वीडियो बना रहे युवक कहते हैं- बाबा पानी पीलो। बाबा कहते हैं- मेरे पास पानी घणो ही है थारे पिवणो तो पिला दु। बाबा के कहने का मतलब है कि मेरे पास तो पानी नहीं है अगर आपको पिलाना है तो पिला दो। यह कहते हुए बाबा मौके से अपने ठेले को धक्का देते हुए चले जाते हैं। लोगों ने यह वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया और वह तेजी से वायरल हो गया। लाखों लोगों ने यह वीडियो देखा, जिसके बाद से लोग बाबा को परेशान करने लगे। यह बुजुर्ग जहां कहीं दिखता, लोग बाबा का मजाक उड़ाने लगते। इससे आहत होकर बुजुर्ग ने पेड़ से फंदा लगाकर अपनी जान दे दी।