द फॉलोअप डेस्क
भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री संन्यास का ऐलान कर दिया है। सुनील छेत्री ने अपने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर इस बात की जानकारी दी है। छेत्री ने कहा है कि वह अपना आखिरी मुकाबला 6 जून को कुवैत के खिलाफ खेलेंगे।उन्होंने कहा, "मैंने अपने माता-पिता और पत्नी को सबसे पहले इस फैसले के बारे में बताया। मेरे पिता खुश थे, लेकिन मेरी मां और पत्नी रोने लगी।"
मैं थका नहीं हूं बस अहसास हुआ कि यह मेरा आखिरी गेम होना चाहिए
सुनील छेत्री ने वीडियो में आगे कहा कि ऐसा नहीं है कि मैं थका हुआ महसूस कर रहा था। जब मुझे यह अहसास हुआ कि यह मेरा आखिरी गेम होना चाहिए तो मैंने इसके बारे में बहुत सोचा और आखिरकार मैं इस फैसले पर पहुंचा। 'मैंने व्यावहारिक रूप से सपने को जी लिया है। लेकिन यह आसान नहीं था, सुनील छेत्री ने आगे स्वीकार किया कि 'मैं राष्ट्रीय टीम के साथ जो भी प्रशिक्षण करता हूं, मैं उसका आनंद उठाऊंगा। मुझे वह दबाव महसूस नहीं होता जो खेल दबाव मांगता है। कुवैत के खिलाफ हमें तीसरे दौर में पहुंचने के लिए तीन अंकों की जरूरत है। लेकिन एक अजीब तरीके से, मुझे दबाव महसूस नहीं होता है।
I'd like to say something... pic.twitter.com/xwXbDi95WV
— Sunil Chhetri (@chetrisunil11) May 16, 2024
2005 में किया था डेब्यू
39 वर्षीय दिग्गज खिलाड़ी का संन्यास लेना एक युग का अंत कहा जा सकता है। सिकंदराबाद में जन्मे स्ट्राइकर ने लगभग अकेले दम पर भारत को वैश्विक फुटबॉल में अलग पहचान दी।सुनील छेत्री ने अपना पहला अंतरराष्ट्रीय मैच 2005 में पाकिस्तान के खिलाफ खेला था और अपने सीनियर डेब्यू पर अपना पहला अंतरराष्ट्रीय गोल किया। इसके बाद के 19 वर्षों में, छेत्री ने अपने देश के लिए 150 मुकाबलों में शिरकत करते हुए 94 गोल किए। छेत्री क्रिस्टियानो रोनाल्डो, अली डेई और लियोनेल मेसी - फुटबॉल के सभी दिग्गज नामों के बाद सर्वकालिक शीर्ष अंतरराष्ट्रीय गोल स्कोरर की सूची में चौथे स्थान पर काबिज़ हैं।