द फॉलोअप डेस्क, रांची
आदिवासी समाज के विभिन्न संगठनो द्वारा शनिवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय का घेराव किया गया. यूनिफार्म सिविल कोड (UCC ) और मध्यप्रदेश पेशाब कांड के बाद आदिवासी समाज खासा नाराज है. दरअसल मध्यप्रदेश के सीधी जिले में एक आदिवासी युवक पर पेशाब करने का एक वीडियो वायरल हुआ था. पेशाब करने वाला प्रवेश शुक्ला नामक युवक कथित रूप से भाजपा का विधायक प्रतिनिधि था. जैसे ही प्रवेश शुक्ला के भाजपा में जुड़े होने की बात सामने आई, खबर आग की तरह फैल गई. जिसके बाद देशभर में आदिवासी समुदाय इसका जोरदार विरोध करने लगे. उसी प्रकार आज रांची में भी भाजपा के खिलाफ आदिवासियों का आक्रोश देखने मिला. मुस्लिम समुदाय के कुछ लोग भी उनके इस विरोध प्रदर्शन में समर्थन करते नजर आये. दरअसल यूनिफार्म सिविल कोड को लेकर मुस्लिम समुदाय में भी विरोध है.
भाजपा प्रदेश कार्यालय के बाहर बाबूलाल, अर्जुन मुंडा मुर्दाबाद के लगे नारे
भाजपा कार्यालय के 100 मीटर के दायरे में विरोध प्रदर्शन कर रहे तमाम आदिवासी संगठनों के साथ-साथ मुस्लिम संगठन के लोगो को भी रोका गया. लगभग एक घंटे वे लोग बैरिकेट्स के पास नारेबाजी की. भाजपा के आदिवासी कोटे से विधायक, सांसद जैसे समीर उरांव बाबूलाल मरांडी, अर्जुन मुंडा मुर्दाबाद के नारे लगाए गाये। इसके अलावा प्रवेश शुक्ला को फांसी देने जैसे नारे भी लगे. हालांकि लगभग एक घंटे के बाद रांची पुलिस प्रशासन द्वारा उन्हें वहां से अरगोड़ा थाना ले जाया गया. जिसके बाद विरोध प्रदर्शन को बंद कराया गया.
पैर धो कर दिखावा कर रही भाजपा- अजय तिर्की
वहीं विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए सरना समिति अध्यक्ष अजय तिर्की ने भाजपा को जमकर घेरा। उन्होंने कहा, बीजेपी केवल आदिवासियों को मुर्ख बना रही है. कहा की उनके पार्टी के लोग आदिवासी समाज के लोगों पर पेशाब करेंगे और हमलोग बर्दाश्त करेंगे ? अगर हिम्मत है तो यहां हममे से किसी एक आदिवासी पर पेशाब करके दिखाए. कहा की भाजपा उस युवक के पैर धुलवा कर केवल दिखावा कर रही है. उन्होंने यूनिफार्म सिविल कोड पर भी भाजपा पर निशाना साधा. कहा यह कानून आदिवासियों के अस्तित्व को मिटाने के लिए लाया जा रहा है. अगर यह कानून लागु किया गया तो राष्ट्रव्यापी आंदोलन किया जायेगा.
मध्यप्रदेश में भाजपा विधायक प्रतिनिधि ने किया था आदिवासी युवक पर पेशाब
मध्यप्रदेश में एक आदिवासी युवक पर पेशाब करने का एक वीडियो वायरल होता है, पेशाब करने वाला युवक (प्रवेश शुक्ला) कथित तौर पर भाजपा का विधायक प्रतिनिधि कहा जाता है. जैसे यह बाते सामने आती है, कि वह बीजेपी से संबंध रखता है. यह मामला आग की तरह फैल जाता है. इसके बाद भाजपा और मध्यप्रदेश सरकार पर विपक्ष हमलावर हो कर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के इस्तीफे की मांग करने लगते हैं. हालांकि बाद में मध्यप्रदेश सरकार के निर्देश पर प्रवेश शुक्ला को गिरफ्तार कर उसपर रासुका लगाया जाता है. साथ ही युवक के आवास पर बुलडोजर भी चलाया जाता है. उसके अगले ही दिन एक तस्वीर निकल कर आती है, जिसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उस आदिवासी युवक के पैर को धोते हुए नजर आते हैं. वे ट्विटर पर पोस्ट कर घटना के लिए माफी भी मांगी हैं.