द फॉलोअप टीम, रांची:
झारखंड में रोजगार को लेकर एक और आंदोलन की तैयारी हो रही है। नाराज बेरोजगार और युवा अनुबंधकर्मियों ने सरकार के विरोध में 1 दिवसीय उपवास सह सत्याग्रह का फैसला किया है। गौरतलब है कि बेरोजगार युवा झारखंड यूथ एसोसिएशन के बैनर महात्मा गांधी जयंती यानी 2 अक्टूबर के दिन संगठित होकर जिला मुख्यालय के सामने गांधी प्रतिमा के समक्ष 1 दिवसीय धरना और सत्याग्रह करेंगे।
नियुक्ति वर्ष में नहीं की गई एक भी नियुक्ति
झारखंड यूथ एसोसिएशन ने कहा कि हेमंत सरकार ने साल 2021 को नियुक्ति वर्ष घोषित किया था। ये साल लगभग खत्म होने को है। नियुक्ति वर्ष में 1 भी नियुक्ति नहीं हो सकी है। लंबित नियुक्ति प्रक्रियाएं भी पूरी नहीं की गई है। अनुबंधकर्मियों को वेतनमान नहीं मिला। आरक्षण की बात करके आरक्षण खत्म कर दिया गया। झारखंड के युवा नाराज हो गये हैं। लोग राजनैतिक विकल्प की बात करने लगे हैं। बेरोजगार युवाओं ने कहा कि मुख्यमंत्री ने केवल अपने परिवार और पार्टी के लोगों की ही नियुक्ति की है।
हेमंत सोरेन ने साल 2017 को नियुक्ति वर्ष घोषित किया
गौरतलब है कि इस साल जनवरी माह में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने साल 2021 को नियुक्ति वर्ष घोषित किया था। नियुक्ति वर्ष में अब तक एक भी नियुक्ति प्रक्रिया शुरू नहीं की गई है। गौरतलब है कि झारखंड में 2016 जेटेट पास अभ्यर्थियों का मामला लंबित है। इनकी संख्या राज्य में 52 हजार है। पारा शिक्षकों का मामला नहीं सुलझ सका है। सहायिका-सेविकाओं का मामला लंबित है। पंचायत सचिव अभ्यार्थियों की नियुक्ति नहीं की जा सकी है। 10 अगस्त को अगस्त क्रांति के तहत ये लोग आंदोलन भी कर चुके हैं।
यह भी पढ़ें :
पाकुड़ में ईस्टर्न रेलवे मेंस कांग्रेस का 28वां 2 दिवसीय राष्ट्रीय महासभा का आयोजन