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बेटे के अंतिम संस्कार के बाद पिता ने भी दुनिया को कहा अलविदा, एक घर से उठी दो अर्थी

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द फॉलोअप टीम, चंपारण:

मैनाटांड़ के बेलवाटोला गांव में बेटे की चिता की आग शांत भी नहीं हुई थी कि पिता ने भी दम तोड़ दिया। 35 वर्षीय सतीश शर्मा बढ़ई मिस्त्री का काम करने  काठमांडू गया था। लॉकडाउन होने के कारण वहां से वह अपने ससुराल योगापट्टी गांव गया। जहां उसकी तबीयत खराब हो गई। 

सर्दी-खांसी और बुखार की समस्या थी
सतीश वर्मा का इलाज किया गया लेकिन घर आने पर भी उसे खांसी-सर्दी और बुखार तथा सांस लेने मे परेशानी हो रही थी। गुरुवार को कोरोना की जांच हुई लेकिन रिपोर्ट आने से पहले ही देर शाम सतीश की मौत गई। परिजन बेलवा टोला आए और शुक्रवार को दाह संस्कार हुआ।

पिता सहन नहीं कर सके सदमा
बेटे का अंतिम संस्कार कर के सभी लौटे ही थे कि सतीश के 70 वर्षीय पिता लालबहादुर शर्मा की भी मौत हो गई। वह 7 दिनों से बीमार थे। उन्हें भी खांसी, सर्दी, बुखार तथा सांस लेने में तकलीफ थी। एक ही घर मे दो लोगों की कोरोना के लक्षण से मौत होने से गांव में दहशत का माहौल है।