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मात्र 7000 रुपए में बेच दी जा रही हैं झारखंड की बेटियां

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द फॉलोअप टीम, रांची:
झारखंड से लड़कियों की तस्करी की खबरें औसत हर पखवाड़े सामने आती रहती हैं। इस नापाक और अवैध काम से जुड़े लोग महज चंद रुपए के लिए घर-गांव की बेटियों को किसी अनजान दलाल के हवाले कर देते हैं। रांची रेल पुलिस ने दो बच्चिायों को ऐसे दलालों से मुक्त कराया है। इन लड़कियों को अपने साथ दूसरे राज्य ले जा रही महिला ने पुलिस को बताया है कि तस्करों की ओर से प्रति महिला या किशोरी उसे 7,000 रुपये दिए जाते थे।

दो लड़कियों को कराया गया मुक्त
रांची में आरपीएफ की नन्हे फरिश्ते की टीम ने रांची रेलवे स्टेशन पर एक लातेहार की रहने वाली किशोरी और एक ओडिशा की रहने वाली महिला को मानव तस्करों के चंगुल से मुक्त कराया है। दोनों को मांडर के एक गांव की रहने वाली सुनीता उरांव बहला-फुसलाकर ले जा रही थी।

दिल्ली ले जाया जा रहा था
आरपीएफ कंट्रोल रूम को सूचना मिली थी कि एक महिला को बहला-फुसलाकर राजधानी एक्सप्रेस से दिल्ली ले जाया जा रहा है। मौके पर रांची रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ के नन्हे फरिश्ते की टीम ने तस्कर के साथ मिली महिला को पकड़ लिया। इन दोनों महिलाओं को काम दिलाने के बहाने दिल्ली ले जाया जा रहा था। वहीं पटना-रांची जनशताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन से उतारी गई एक 16 वर्षीय लड़की को नन्हे फरिश्ते की टीम ने चाइल्डलाइन के हवाले किया है।