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मतांतरित 12 लोेगों ने सरना धर्म में की वापसी, जारी रहेगा अभियान - मनीष जायसवाल

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द फॉलोअप टीम, हजारीबाग:
हजारीबाग सदर विधायक मनीष जयसवाल की ओर से जारी प्रेस बयान में बताया गया है कि दारू प्रखंड स्थित चानो खुर्द के मतांतरण करने वाले 12 जनों ने सरना धर्म में घर वापसी कर ली है। घर वापसी का अभियान आगे भी जारी रहेगा।  उन्होंने गत 28 को इसी गांव पहुंचकर मतांतरित होने वाले महेश हेंब्रम को पैर छूकर अपने सरना धर्म में घर वापसी कराई थी। विधायक के नेतृत्व में 1 सितंबर को दारू के पिपचो स्थित मिशन स्कूल के बाहर धर्मांतरण के विरुद्ध प्रदर्शन किया गया था। वहीं मतांतरित कराए गए लोगों को पुनः सरना और हिंदू धर्म में घर वापसी कराने का सामूहिक संकल्प लिया गया था।शनिवार को ईसाई धर्म कबूल कर चुके दारू प्रखंड क्षेत्र के चानो खुर्द ग्राम के कुल 12 लोगों ने सरना धर्म में घर वापसी की। दिगवार पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि महेंद्र मुर्मू के नेतृत्व में घर वापसी कार्यक्रम का आयोजन चानो खुर्द ग्राम में किया गया। मौक पर सरना धर्म के नाईक राम कुमार मरांडी, ग्राम प्रधान मांझी हागम और सीताराम मुर्मू के द्वारा विधिवत सरना धर्म के रीति- रिवाज के अनुसार सभी का घर वापसी कराया गया।

घर वापसी करने वालों में मोहन मरांडी, सरिता मुर्मू, नेहा मरांडी, रंजीत मरांडी, निकिता मरांडी, मनीषा कुमारी, हीरा मुन्नी देवी, राहुल मरांडी, रोहित मरांडी, खुशबू कुमारी, बदाल मरांडी और सादुलराज मरांडी शामिल हैं। विधायक मनीष जायसवाल ने बधाई देनेके साथ ही कहा कि घर वापसी का यह अभियान आगे भी निरंतर जारी रहेगा। हजारीबाग के जिस इलाके में प्रलोभन देकर ईसाई मिशनरियों द्वारा भोले- भाले सनातनी और सरना धर्म के लोगों को धर्म परिवर्तन कराया गया है उन्हें जागरूक करते हुए पुनः अपने ही धर्म में घर वापसी कराया जाएगा।

 

चानो खुर्द में घर वापसी कार्यक्रम में दारू विधायक प्रतिनिधि बालदेव बाबू, अभाविप नेता मुकेश प्रसाद, भाजपा नेता राजन सिन्हा, इंद्रदेव कुशवाहा, रोशन सिन्हा, सुमन सिन्हा, केंद्रीय युवा चेतना विकास समिति के अध्यक्ष सोमा उरांव, जनजाति सुरक्षा मंच के संयोजक संदीप उरांव, झारखंड आदिवासी सरना विकास समिति धुर्वा के अध्यक्ष  मेधा उरांव, झारखंड आदिवासी सरना समिति के कुमुदनी लकड़ा, अंजली लकड़ा, बबलु उरांव, विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष धर्म प्रचारक नंदकिशोर सिंह, वनवासी कल्याण केंद्र के कैलाश महतो, संथाल समाज के रूपम मुर्मू, रामचंद्र मुर्मू समेत अन्य लोग मौजूद रहे।