द फॉलोअप टीम, रांची:
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य कार्यालय के सभागार में फादर स्टेन स्वामी की फोटो पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। किसान सभा के महासचिव महेंद्र पाठक ने कहा कि फादर स्टेन स्वामी को साजिश के तहत केंद्र सरकार ने झारखंड की जल, जंगल और जमीन को लूटने के लिए जेल भेजा था। उन्होंने कहा कि फादर स्टैन स्वामी न तो चल सकते थे, ना बोल सकते थे, लेकिन फिर भी उनपर मुंबई की सभा में भड़काऊ भाषण देने का आरोप लगाया। फादर स्टेन स्वामी की आवाज को दबने नहीं दिया जाएगा और पूरे राज्य में केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों के विरोध में आंदोलन तेज किया जाएगा।
फादर को शहीद का दर्जा मिले
मासस नेता सुशांत मुखर्जी ने कहा की फादर स्टेन स्वामी को शहीद का दर्जा मिलना चाहिए, क्योंकि वह जल-जंगल-जमीन के आंदोलन को तेज करने, दबे कुचले के हक अधिकार को वापस लाने के लिए लगातार लड़ते रहे। देश के बड़े-बड़े उद्योगपति और पूंजी पतियों की नजर झारखंड की जल जंगल जमीन पर लगी है। उन्हें किसी भी हाल में कामयाब नहीं होने दिया जाएगा। आंदोलन और तेज किया जाएगा। राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश यादव ने भी कहा कि देश और राज्य के अंदर भारतीय जनता पार्टी उद्योगपतियों के पक्ष में राज्य में किसानों के जमीन हड़पने के लिए कई हथकंडे को अपनाए, लेकिन कामयाब नहीं हुए। इसलिए झारखंड की जनता ने रघुवर सरकार को गद्दी से उठाकर फेंक दिया ।
बीजेपी को बेनकाब करें
जिला सचिव अजय कुमार सिंह ने कहा "वक्त की मांग है कि सभी राजनीतिक एवं सामाजिक संगठन एक मंच पर आकर फादर स्टेन स्वामी के पक्ष में आवाज उठाएं। इस आवाज को जन-जन तक पहुंचाएं और भारतीय जनता पार्टी के असली चरित्र को बेनकाब करें। झारखण्ड सरकार ने मोमेंटम झारखंड में जमीन की लूट की पृष्ठभूमि तैयार की थी और स्टेन स्वामी ने विरोध किया था। उसी का परिणाम है कि उन्हें जेल भेजा गया।" महिला नेत्री फरजाना ने कहा की जल-जंगल-जमीन की आवाज दब गयी। मौके पर समाजिक नेत्री आलोका कुजुर, मेहुल मृगेंद्र, बाटुल, फरजाना फारुकी, मनोज ठाकुर, राजेश कुमार, सुशांत मुखर्जी, सहित कई लोग मौजूद थे। सभा की अध्यक्षता अजय कुमार सिंह एवं संचालन अलोका कुजुर के द्वारा किया गया।