द फॉलोअप टीम, पलामू:
पलामू में लोग टीकाकरण को लेकर जागरूक नजर आ रहे हैं। टीकाकरण केंद्रों में भीड़ उमड़ रही है। जागरूक लोग टीकाकरण केंद्रों पर पहुंच रहे हैं। लोगों में काफी उत्साह नजर आ रहा है। कई लोग तो टीका लेकर खुद की फोटो सोशल मीडिया में भी पोस्ट करते नजर आ रहे हैं। 1 जून को करीब 2000 लोगों ने कोरोना का टीका लिया। युवाओं में वैक्सीनेशन को लेकर विशेष उत्साह दिखा।
सभी प्रखंडों में बना है वैक्सीनेशन सेंटर
उपायुक्त शशि रंजन के निर्देश पर सभी प्रखंडों में टीकाकरण केंद्र स्थापित किया गया है। इन टीकाकरण केंद्रों पर 18 वर्ष से अधिक उम्र वाले तथा 45 वर्ष से अधिक उम्र वाले लोगों को निरंतर टीका दिया जा रहा है। उपायुक्त ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा बनाई गई टीम के द्वारा डोर टू डोर जाकर लोगों को वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित किया जा रहा है। लोगों के बीच जाकर पदाधिकारियों द्वारा सीधा संपर्क स्थापित किया जा रहा है। लोगों की भ्रांतियां तथा वैक्सीन को लेकर उड़ाए जाने वाले अफवाह से बचने हेतु जागरूक किया जा रहा है। इसका परिणाम अब टीकाकरण केंद्रों में नजर आने लगा है।
टीकाकरण केंद्रों में उमड़ रही है काफी भीड़
उपायुक्त ने बताया कि अकेले पांकी प्रखंड में प्रतिदिन 300 से अधिक व्यक्ति टीका ले रहे हैं। वही मेदनीराय मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भी लोगों की भीड़ पहुंच रही है। सामाजिक दूरी तथा सरकारी नियमों का पालन करते हुए केंद्रों पर लोगों को सुरक्षित ढंग से वैक्सीन दिया जा रहा है। उपायुक्त ने कहा कि लक्ष्य 100 प्रतिशत वैक्सीनेशन का है, इसके लिए जिला प्रशासन के सभी पदाधिकारी कटिबद्ध हैं।
उपायुक्त ने लोगों से टीका लेने की अपील की
उपायुक्त शशि रंजन ने लोगों से वैक्सीन लेने हेतु अपील भी की है। अपील में उपायुक्त ने बताया है कि वैक्सीन बिल्कुल सुरक्षित है उनकी तरह सभी पदाधिकारियों ने भी वैक्सीन ले रखा है और सभी सुरक्षित हैं। उन्होंने लोगों से किसी प्रकार की भ्रांति अथवा अफवाह में नहीं आने की अपील की है।
जिले में मोबाइल वैक्सीनेशन की भी सुविधा
मिली जानकारी के मुताबिक जो लोग अगर टीकाकरण केंद्र पर नहीं पहुंच पा रहे हैं तो जिला प्रशासन द्वारा मोबाइल वैक्सीनेशन वैन की भी व्यवस्था की गई है। सुदूर क्षेत्रों के साथ-साथ वैसे गांव, मोहल्ले अथवा कॉलोनी जहां 20 से अधिक 45 वर्ष से ज्यादा के लोग मौजूद हैं, वे अनुरोध के आधार पर मोबाइल वैक्सीनेशन वैन को अपने गांव, मोहल्ले अथवा कॉलोनी में बुला सकते हैं। इसके लिए उन्हें जिला नियंत्रण कक्ष अथवा सम्बन्धित प्रभारी प्रखण्ड चिकित्सा पदाधिकारी से सम्पर्क साधना होगा।