द फॉलोअप टीम, पटना
ज्यों-ज्यों बिहार विधानसभा चुनाव की तारीख करीब आती जा रही है, त्यों-त्यो दल बदल का दौर तेज होता जा रहा है। कहने को दल बदल करनेवाले कुछ और कहते हैं, लेकिन हकीकत ये है कि सभी अपना-अपना टिकट पक्का करना चाह रहे हैं और जीत का समीकरण बैठा रहे हैं। अभी जानकारी मिल रही है कि परसा विधायक चंद्रिका राय, पालीगंज विधायक जयवर्धन सिंह यादव और केवटी विधायक फराज फातमी गुरूवार को जेडीयू की सदस्यता ग्रहण करेंगे। तीनों फिलहाल राजद के विधायक हैं। लेकिन पिछले कुछ दिनों से बगावत का झंडा बुलंद कर रखा था। हैरान करनेवाली बात ये है कि परसा विधायक चंद्रिका राय लालू के समधी और तेजप्रताप के ससुर भी हैं। उनका राजद से जाना राजनीति की समझ रखनेवालों के लिए बड़ी घटना है।
काफी दिनों से नाराज हैं चंद्रिका राय
लालू के समधी और परसा विधायक चंद्रिका राय पिछले कुछ दिनों से लालू परिवार से नाराज चल रहे हैं। इसके पीछे की वजह उनके दामाद तेजप्रताप यादव हैं, जिन्होंने तलाक की अर्जी दायर कर रखी है।इस शादी को बचाने की हर कोशिशें नाकाम रहीं हैं। फिलहाल ऐश्व र्या अपने पिता के पास ही रह रहीं हैं। इस कारण दोनों परिवारों के रिश्ते में दरार आ चुकी है और चंद्रिका राय आरजेडी में हाशिए पर जा चुके हैं। ऐसे में उनका पार्टी छोड़ना तय माना जा रहा था।
फराज फातमी के बेटे भी चलाएंगे 'तीर'
पूर्व केन्द्रीय मंत्री अली अशरफ फातमी के बेटे फराज फातमी भी पिछले कई महीनों से लगातार तेजस्वी के नेतृत्व पर सवाल उठा रहे थे। इसके पीछे की वजह लोकसभा चुनाव में पिता का टिकट कट जाना बताया जा रहा है। राजद ने यहां से अब्दुलबारी सिद्दीकी को अपना उम्मीदवार बनाया था लेकिन बीजेपी ने उन्हें करारी शिकस्त दी थी। तभी से तय माना जा रहा था कि फराज का राजद से मोहभंग हो चुका है। पिछले दिनों तेजस्वी यादव ने फराज को पार्टी विरोधी गतिविधि में शामिल रहने के कारण पार्टी से बाहर भी कर दिया था। इसके बाद ही ये साफ हो गया था कि वो जेडीयू की सदस्यता लेंगे। फराज फातमी के अलावा पालीगंज के विधायक जयवर्द्धन यादव भी कल आरजेडी छोड़कर जेडीयू में शामिल हो सकते हैं। बताया जा रहा है कि जयवर्धन यादव को जेडीयू ने टिकट पक्का कर दिया है। हालांकि गठबंधन के तहत ये सीट बीजेपी के खाते में थी।
पहले भी जेडीयू के हो चुके 3 विधायक
इससे पहले सोमवार को 2 विधायक आरजेडी छोड़कर जेडीयू में जा चुके हैं। इनमें से एक गायघाट के विधायक महेश्वर यादव हैं जबकि दूसरी विधायक हैं प्रेमा चौधरी जो पातेपुर से राजद के टिकट पर चुनाव जीती थीं। ऊर्जा मंत्री विजेन्द्र यादव ने इन्हें जेडीयू की सदस्यता दिलायी थी। उसी वक्त फराज फातमी के भी जेडीयू में शामिल होने की खबर थी लेकिन ऐन वक्त पर किसी कारण से उनकी सदस्यता लटक गई थी। जानकारों की माने तो आनेवाले दिनों में दल बदल का ये सिलसिला और तेज होनेवाला है। कई और बड़े नेता इधर से उधर और उधर से इधर आ जा सकते हैं।
जेडीयू से राजद में गए हैं श्याम रजक
3 रोज पहले ही जेडीयू के श्याम रजक ने राजद का दामन थामा था। तब ये बातें सामने आई थी कि नीतीश कुमार उनकी नहीं सुन रहे थे। खबर ये भी थी कि उनकी जगह फुलवारीशरीफ से अरूण मांझी को टिकट दिया जा रहा था। श्याम रजक इसी बात से नाराज थे। पहले उन्हें मनाने की कोशिश हुई लेकिन जब वो नहीं माने तो पहले पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया गया और फिर मंत्रिमंडल से उन्हें बर्खास्त किया गया। इसके अगले दिन तेजस्वी की मौजूदगी में उन्हें लालटेन थाम लिया।