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विधानसभा में उठा सचिन की हत्या का मामला, बीजेपी विधायकों ने कहा- ये तो मोब लिंचिंग है

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द फॉलोअप टीम, रांची: 
रांची के कोतवाली थाना इलाके में युवक की हत्या किये जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। सचिन नाम के युवक की हत्या का मामला मंगलवार को विधानसभा में भी उठा। बीजेपी विधायक घटना के उच्चस्तरीय जांच की मांग कर रहे हैं। बीजेपी के विधायक इसे मोब लिंचिंग की घटना बता रहे हैं। जानकारी के मुताबिक चोरी का आरोप लगाकर सचिन नाम के 22 वर्षीय युवक की इतनी पिटाई की गयी कि उसकी मौत हो गयी। बीजेपी विधायक विरंची नारायण ने हेमंत सरकार पर राज्य की विधि व्यवस्था के प्रति उदासीन रहने का आरोप लगाते हुये कहा कि ये सरकार जाति-धर्म देखकर प्रतिक्रिया देती है। 

बंधक बनाकर हुई थी सचिन की पिटाई
सोमवार को रांची के कोतवाली थाना इलाके में चोरी के आरोप में युवक को बंधक बनाकर पीटा गया था। पिटाई से युवक की मौत हो गयी थी। आरोप है कि युवक की मौत पुलिस कस्टडी में हो गयी थी। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने मामले में लापरवाही बरती और युवक को हॉस्पिटल में भर्ती नहीं करवाया। ये पूरा मामला क्या है। विधानसभा में ये मुद्दा क्यों गर्मा गया है, चलिये विस्तार से जानते हैं। 

पिकअप वैन चोरी का लगा था आरोप
मृत युवक सचिन वर्मा उर्फ गोलू कोतवाली थान इलाके के सिविल कोर्ट के पास नीलरतन स्ट्रीट नउआ टोली का रहने वाला था। जानकारी के मुताबिक रविवार को नीलरतन स्ट्रीट के पास रहने वाले मोटिया मजदूरों ने सचिन को पकड़ा। मोटिया मजदूरों ने सचिन पर पिकअप वैन चोरी का आरोप लगाया। बताया जाता है कि रविवार रात से ही मजदूरों ने उसकी पिटाई शुरू कर दी। उसे खंभे से बांधकर पीटा गया। परिजनों का कहना है कि उसे लाठी-डंडों, लकड़ी के फट्टे और पेचकश से पीटा गया। 

पीसीआर पर लापरवाही का आरोप
दूसरे दिन इसकी सूचना पीसीआर को मिली। पीसीआर सचिन को कोतवाली ले आयी। जानकारी मिलने पर परिजनों के साथ सचिन की मांग अनु देवी थाने पहुंची। मां का आरोप है कि उन्होंने जब सचिन को पानी पिलाना चाहा तो पुलिसवालों ने पानी पिलाने नहीं दिया। कहा कि तुम्हारा बेटा चोर है। परिजनों का आरोप है कि सचिन को लॉकअप में भी पीटा गया। हालांकि, एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने इन आरोपों से इंकार किया। उन्होंने कहा कि पीसीआर और ओडी ऑफिसर की लापरवाही से युवक की मौत हुई। 
कोतवाली थाना प्रभारी ने कहा कि हमने सचिन को इलाज के लिये तुरंत हॉस्पिटल में भर्ती करवा दिया था। वहां इलाज के क्रम में उसकी मौत हो गयी। लॉकअप में पिटाई का आरोप निराधार है। हमने तो परिजनों को समझाया और तुरंत कार्रवाई की। थाना प्रभारी ने कहा कि मुख्य आरोपी अलखदेव राय और मनोज साव को गिरफ्तार किया। 

लॉकअप में सचिन को पीटा गया था! 
परिजनों का आरोप है कि सचिन को वक्त पर अस्पताल नहीं पहुंचाया गया। हाजत में भी उसे पीटा गया। थाने में जब उसकी मौत हो गयी तब एंबुलेंस बुलाया गया। शव के पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में भी पिटाई की वजह से मौत की बात सामने आयी है।  रिम्स मजिस्ट्रेट के सामने दिये गये बयान में सचिन के मामा विनोद राम ने पिकअप वैन के मालिक मनोज साव, इंद्रजीत कुमार सतेंद्र राय सहित तकरीबन 40 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। 

जन्मदिन के दिन हुई सचिन की मौत
बताया जा रहा है कि मृत सचिन का सोमवार 8 मार्च को जन्मदिन था। उसकी मां इस बात को दोहरा कर बिलखने लगती है। मृत सचिन की मां अनु देवी का कहना है कि 8 मार्च को मेरे बेटे का जन्मदिन था। मैंने रविवार रात को उससे कहा था कि सुबह मंदिर जाकर पूजा कर लेना। लंबी आयु का आशीर्वाद लेना। मुझे क्या पता था कि जन्मदिन वाले दिन ही मेरे बेटे की मौत हो जायेगी।