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भगवान बिरसा मुंडा के वंशजों ने आर्थिक बदहाली दूर करने की लगाई गुहार, मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन

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द फॉलोअप टीम, खूंटी:
झारखण्ड में बिरसा मुंडा को भले ही भगवन का दर्जा दिया जाता हो लेकिन उनके वंशजो की स्थिति किसी से छिपी नहीं रही है। धरती आबा के वंशज सुखराम मुंडा ने आर्थिक बदहाली दूर करने की गुहार सरकार से लगाई है। इस संबंध में एक ज्ञापन मुख्‍यमंत्री हेमंत सोरेन के नाम खूंटी डीसी को सौंपा है। जिसमें कहा गया है कि सरकार ने उनसे उलिहातू के विकास के नाम पर स्टेडियम बनाने के लिए 27 डिसमिल और स्मारक बनाने के लिए 18 डिसमिल जमीन ली थी। तब आश्वासन दिया गया था कि बदले में उतनी ही जमीन दी जाएगी लेकिन आज तक उन्हें जमीन नहीं मिली है। ऐसे में उसी क्षेत्रफल की जमीन उन्हें दी जाए। साथ ही उस जमीन में सरकार रहने के लिए पक्का मकान बनाकर दे।  मकान में बिजली, पानी और शौचालय की व्यवस्था हो। उनके दोनों बेटी को चतुर्थ वर्ग से तृतीय श्रेणी में पदोन्नति दी जाए। 

क्‍या-क्‍या की गई है मांग
सामाजिक कार्यकर्ता प्रिया मुंडा के साथ बिरसा मुंडा के वंशज सुखराम और उनकी बेटी जानी मुंडा ने डीसी से मुलाकात की। सुखराम मुंडा ने डीसी को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि  भगवान बिरसा मुंडा के नाम पर बनाए गए विश्वविद्यालय, पार्क, एयरपोर्ट समेत कई व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के एवज में रॉयल्टी की मांग की है। सुखराम ने अपने पोती की पढ़ाई किसी अंग्रेजी माध्यम स्कूल में नि:शुल्क कराने और भगवान बिरसा की जन्मस्थली उलिहातू का संपूर्ण सौंदर्यीकरण कराने की मांग की। मुंडा ने कहा की बेटे की नौकरी को काफी साल हो गए हैं, पर आज तक प्रमोशन नहीं हुआ। उन्होंने अपनी बेटी जानी मुंडा को नौकरी दिलाने की भी मांग की है। 

फॉलोअप ने सामने लाई थी बदहाली
सामाजिक कार्यकर्ता प्रिया मुंडा ने भी अलग से डीसी को को ज्ञापन सौंपा। भगवान बिरसा के वंशजों की हालात सुधार की बात की। द फॉलोअप ने भी आपको भगवन बिरसा के वंशजों की बदहाली दिखाई थी। जिसके बाद से  बेटी जानी मुंडा की मदद के लिए अभिनेता सोनू सूद समेत कई लोग आगे आए थे।  जानी मुंडा की कॉलेज फीस माफ कर दी गयी थी।