द फॉलोअप टीम, कोलकाता:
बंगाल में भारतीय जनता पार्टी और टीएमसी के बीच उपजा सियासी बवाल थमता नहीं दिख रहा। शुक्रवार को केंद्र सरकार द्वारा यास तूफान को लेकर बुलाई गई समीक्षा बैठक में बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा 30 मिनट की देरी से पहुंचने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। देरी के आरोपों पर ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार और बीजेपी पर उन्हें बेइज्जत करने का आऱोप लगाया था। ममता बनर्जी के आरोपों पर अब नंदीग्राम से बीजेपी विधायक शुवेंदू अधिकारी ने पलटवार किया है।
ममता बनर्जी ने संवैधानिक अखंडता का उल्लंघन किया!
नंदीग्राम से भारतीय जनता पार्टी के विधायक और कभी ममता बनर्जी के करीबी रहे शुवेंदु अधिकारी ने इस पूरे विवाद पर कहा कि यास चक्रवात की वजह से हुए नुकसान का आकलन करने के लिए पश्चिम बंगाल के हवाई सर्वेक्षण के बाद पूर्वी मिदनापुर में समीक्षा बैठक हुई थी। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री मोदी को 30 मिनट तक इंतजार कराया। उन्होंने कहा कि ये संवैधानिक अखंडता का उल्लंघन था और शर्मनाक भी। शुवेंदु अधिकारी ने ममता बनर्जी पर झूठ बोलने का आरोप लगाया।
पश्चिम बंगाल के प्रति कभी उदासीन नहीं रही है बीजेपी!
शुवेंदू अधिकारी ने कहा कि आज मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि वो विपक्षी नेताओं की मौजूदगी के कारण बैठक में शामिल नहीं हुईं। वो अपने अंहकार को संतुष्ट करने के लिए झूठ का सहारा लेने लगी हैं। शुवेंदू अधिकारी ने कहा कि ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि ममता बनर्जी खुद को ना केवल पश्चिम बंगाल बल्कि पूरे देश का मुख्यमंत्री समझती हैं। शुवेंदू अधिकारी ने कहा कि ममता बनर्जी का ये बयान की केंद्र या बीजेपी बंगाल के प्रति उदासीन है, पूरी तरह से मनगढ़ंत है।
मीटिंग में नहीं आने का केवल बहाना बना रहीं ममता!
बीजेपी विधायक शुवेंदू अधिकारी ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का ये बयान मनगढ़ंत है कि केंद्र राज्य के लोगों के प्रति उदासीन है। उन्होंने कहा कि ओड़िशा और पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री को एक ही प्रक्रिया के तहत मीटिंग के बारे में सूचित किया गया था। अब ममता बनर्जी केवल बहाना बना रही हैं। शुवेंदू अधिकारी ने कहा कि अपने अहंकार को संतुष्ट करने के लिए मुख्यमंत्री झूठ बोल रही हैं। शुवेंदू अधिकारी के पलटवार पर फिलहाल टीएमसी का जवाब नहीं आया है।