द फाॅलोअप टीम, रांची
दुनिया में जात-पात मिटाकर लोगों को अपास में प्रेम करने का पाठ सिखाने वाले सिखों के पहले गुरु नानक देव जी का 551वां प्रकाशोत्सव सोमवार को रांची सहित कई झारखंड के कई शहरों में आज मनाया जा रहा है। इससे पहले रविवार को सभी गुरुद्वारे रोशनी से जगमगाते दिखे। सोमवार को सबसे पहले गुरुद्वारों में तीन दिनों से चलने वाले अखंड पाठ की समाप्ति होगी। इसके बाद भोग डाला जाएगा। फिर परंपरा के अनुसार कीर्तन दरबार सजेगा।
रागी जत्था बताएंगे गुरूवाणी का महत्व
रागी जत्था कीर्तन गायन कर संगत को गुरुवाणी के महत्व बताएंगे। अंत में सभी के कल्याण व वायरस को जल्द विश्व से खत्म करने के लिए अरदास होगी। इसके बाद संगत के बीच गुरु का लंगर वितरित होगा। शाम में कई गुरुद्वारों में आतिशबाजी भी होगी।
सरकार ने नहीं दी नगर कीर्तन निकालने की अनुमति
कोरोना के चलते सरकार की ओर से गुरुनानक जयंती पर नगर कीर्तन निकालने की अनुमति नहीं मिलने पर समाज के लोगों ने कोविड-19 के नियमों का ख्याल रखकर पर्व मनाने के लिए रविवार को गाइडलाइन जारी की। षिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी ने घरों में रहकर ही मुमिरन और पाठ करने की अपील की है।