द फॉलोअप टीम, चाईबासा:
नक्सलियों ने गोईलकेरा थाना क्षेत्र के अंबराई के पालुहासा में मंगलवार दोपहर निर्माण कार्य में लगे वन विभाग के मुंशी की हत्या कर दी है। मुंशी की पहचान बोयराम लुगुन के रूप में हुई है। मुंशी पालुहासा गांव का ही रहने वाला बताया जा रहा है। मुंशी पर पुलिस मुखबिरी का आरोप लगाकर उसे मारा गया है। एक सप्ताह के अंदर यह दूसरी घटना है। इससे पहले नक्सलियों ने 21 दिसंबर की रात गितिलपी में प्रेम सुरीन पर भी पुलिस मुखबिरी के आरोप लगाकर उसकी हत्या कर दी थी।
मुख्य सड़क पर लाकर मारी गोली
जानकारी के मुताबिक़ नक्सलियों ने पालुहासा जंगल में काम कर रहे ठेकेदार के जेसीबी को भी जला दिया। मुंशी बोयराम लुगुन को गोईलकेरा-चाईबासा मुख्य मार्ग में लाकर गोली मार दी। घटनास्थल पर नक्सलियों ने पर्चे भी छोड़े हैं। पर्चों में जंगलों से रेंजर, फॉरेस्टर, वन माफिया और ठेकेदारों को खदेड़ने की चेतावनी दी है। बता दें कि पालुहासा जंगल में भूमि और जल संरक्षण के लिए वन विभाग द्वारा जेसीबी से खुदाई का काम किया जा रहा था। तभी इस वारदात को अंजाम दिया गया।
सुबह बैठक में शामिल था बोयराम
जानकारी के अनुसार मंगलवार सुबह स्थानीय समस्याओं को लेकर कुईड़ा में ग्रामीणों की बैठक हुई थी। बैठक में बोयराम भी शामिल हुआ था। बैठक खत्म होने के कुछ घंटे बाद वह पालुहासा लौट गया। इसके बाद उसकी हत्या नक्सलियों ने कर दी। इस संबंध में एसपी अजय लिंडा ने कहा कि घटना की सूचना मिली है। मामले की जांच की जा रही है। शव के आसपास नक्सलियों ने पर्चे व पोस्टर भी छोड़े। इनमें बोयराम को पुलिस की मुखबिरी की सजा देने की बात कही है।