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Corona Update : कोरोना के लिहाज से 'डेंजर जोन' में हैं ये छह राज्य, भयावह है महामारी की ताजा स्थिति

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द फॉलोअप टीम, डेस्क: 

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कोरोना महामारी की तीसरी लहर से उपजे हालात को लेकर गुरुवार को प्रेस वार्ता की। राजेश भूषण ने बताया कि महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, दिल्ली और उत्तर प्रदेश को कोरोना महामारी के लिहाज से स्टेट ऑफ कन्सर्न की श्रेणी में रखा गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय इन राज्यों में केंद्रीय स्वास्थ्य टीम भेज रही है तो लगातार हालात की समीक्षा करेगी। गौरतलब है कि उपरोक्त छह राज्यों में कोरोना के सर्वाधिक मरीज मिल रहे हैं। 

एशिया का वैश्विक योगदान 18.4 फीसदी
स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि एशिया में कोरोना मरीजों की संख्या में प्रति 4 सप्ताह में काफी इजाफा हो रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना मरीजों की संख्या में उछाल को देखें तो एशिया का वैश्विक योगदान 7.9 फीसदी से बढ़कर तकरीबन 18.4 फीसदी हो गया है। उन्होंने कहा कि कोरोना केस में उछाल का ये दायरा भारत में भी देखा जा रहा है। स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर के लिहाज से आगामी कुछ हफ्ते काफी अहम हैं। 

72 फीसदी आबादी का हुआ पूर्ण टीकाकरण
राजेश भूषण ने प्रेस वार्ता में ये भी जानकारी दी है कि 20 जनवरी 2022 को भारत में 3 लाख 17 हजार 532 नए कोरोना मरीज मिले। इस दरम्यान 380 मरीजों की मौत हो गई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का आंकड़ा बताता है कि फिलहाल देश में 19 लाख 24 हजार 51 एक्टिव कोरोना मरीज हैं। स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि अब तक देश की 72 फीसदी आबादी का पूर्ण टीकाकरण किया जा चुका है। स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि देश में टीकाकरण की रफ्तार ठीक है। जल्दी ही पूरी आबादी का पूर्ण टीकाकऱण हो जायेगा। गुरुवार को सुबह की जानकारी मिली थी कि देश में 160 करोड़ से ज्यादा खुराक दी जा चुकी है। 

एक्टिव केस के मामले में 10 शीर्ष राज्यों की सूची
प्रेस वार्ता में स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बताया कि एक्टिव कोरोना केस की संख्या के मामले में महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, गुजरात, ओडिशा, दिल्ली और राजस्थान, शीर्ष 10 राज्यों में शामिल हैं। स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि फिलहाल केंद्रीय स्वास्थ्थ्य टीमों को इन राज्यों में भेजा गया है और लगातार हालात की समीक्षा करने को कहा गया है। गौरतलब है कि फरवरी महीने में यूपी में विधानसभा चुनाव होना है। इस लिहाज से भी ये अहम है।