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प्रधानमंत्री मोदी अक्टूबर के अंत में इटली जाएंगे, नवंबर के पहले सप्ताह में करेंगे ग्लासगो का दौरा

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द फॉलोअप टीम, डेस्क: 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अक्टूबर के अंत में इटली का दौरा प्रस्तातिव है। पीएम अगले हफ्ते इटली जाएंगे। पीएम मोदी मुख्य रूप से जी-20 सम्मेलन में शामिल होने इटली जा रहे हैं। गौरतलब है कि इस दौरे में पीएम मोदी इटली के साथ द्विपक्षीय मुद्दों जैसे की रक्षा साझेदारी, लघु और मध्यम उद्यम, कृषि तथा व्यापार जैसे मुद्दों पर चर्चा करकेंगे। गौरतलब है कि दोनों देशों ने नौसैनिक मामले को लेकर उपजी चुनौतियों से पार पा लिया है। अब द्विपक्षीय साझेदारी पटरी पर लाई जायेगी। 

कोरोना महामारी के बीच पहली यूरोप यात्रा
गौरतलब है कि कोरोना महामारी के दौरान पीएम मोदी का ये पहली यूरोप यात्रा होगी। हाल ही में पीएम मोदी ने अमेरिका का भी दौरा किया था। गौरतलब है कि पीएम के इटली दौरे की योजना काफी पहले ही बनाई गई थी लेकिन वैश्विक कोरोना महामारी की वजह से उपजे संकटपूर्ण हालात की वजह से इसे टाल दिया गया था। गौरतलब है कि इस यात्रा से भारत के द्विपक्षीय संबंधों में जमी धूल साफ होगी और इसे नए सिरे से खोलेगी। गौरतलब है कि साल 2009 में तात्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी इटली का दौरा किया था। पीएम मोदी का दौरा भी खास होगा। 

ग्लासगो में भी सम्मेलन में भाग लेंगे पीएम
गौरतलब है 31 अक्टूबर को पीएम मोदी के इटली दौरे का आखिरी दिन होगा। इस यात्रा के तुरंत बाद पीएम मोदी नवंबर के पहले सप्ताह में ही COP26 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए ग्लासगो जाएंगे। गौरतलब है कि पिछले साल नवंबर में आयोजित वर्चुअल सम्मेलन में भारत और इटली ने उर्जा, मीडिया, वित्त औऱ जहाज निर्माण जैसे क्षेत्रों से जुड़े 15 सूत्री समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया था। गौरतलब है कि भारत और इटली के बीच कुछ वर्ष पूर्व नौसेनिकों की गिरफ्तारी को लेकर रिश्तों में खटास आ गयी थी। धीरे-धीरे मामले को निपटाने की तैयारी की रही है। 

द्विपक्षीय संबधों को दोबारा पटरी पर लाएंगे! 
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भारत और इटली के बीच द्विपक्षीय संबंध और साझेदारी को दोबारा पटरी पर लाने का प्रयास किया जा रहा है। गौरतलब है कि सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने इसी साल जुलाई में इटली का दौरा किया था। वहां सेना प्रमुख ने कसिनो शहर में भारतीय सेना स्मारक का उद्घाटन किया था। यहां द्वितीय विश्व युद्ध में जान गंवाने वाले भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि देने के लिए स्मारक का निर्माण किया जा रहा है।