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झारखंड में 7 कौन-कौन से वायरस बने जानलेवा, जानिए

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द फॉलोअप टीम, रांची:

राज्य से अब तक जितने सैंपलों को जांच के लिए भुवनेश्वर भेजा गया था। उनमें 7 अलग-अलग वैरिएंट एक्टिव मिले थे। इनमें  5 अलग-अलग भारत के अलावा यूके और साउथ एशियन वैरिएंट भी शामिल थे। इसकी जानकारी भुवनेश्वर में हुई एक जांच रिपोर्ट के बाहर आने पर मालूम हुई। पूरे देश के सभी राज्यों से कोरोना के सैंपल जांच के लिए भुवनेश्वर भेजे गए थे। झारखंड ने भी कई जिलों से भी सैंपल भेजे थे। इस जांच में धनबाद समेत इन जिलों के सैंपल में इंडियन वैरिएंट के साथ विदेशी वैरिएंट भी शामिल हैं। 

प्रवासी लोगों में देखने को मिला वैरिएंट
धनबाद के अधिकारियों का मानना है कि कोविड के अलग वायरस ज्यादातर प्रवासी लोगों में ही पाए गए थे। जिनमें ऐसे वैरिएंट पाये गए है वह दिल्ली, मुंबई समेत बड़े शहरों से कोरोना की दूसरी लहर में झारखंड आए थे। वहीं रांची और जमशेदपुर के लोगों में भी म यूके और डबल म्यूटेंट वाले मरीज मिले थे। यहां के 13 सैंपल में से 9 यूके म्यूटेंट स्ट्रेन और 4 में डबल म्यूटेंट स्ट्रेन पाया गया था। रांची में 8 मरीजों के सैंपल में यूके म्यूटेंट मिले और 1 जमशेदपुर के। जिन लोगों के सैंपल में डबल म्यूटेंट मिला है उनमें 3 रांची और 1 पूर्वी सिंहभूम के थे। कोरोना से  56 फीसदी से भी ज्यादा मौतें भी इन्हीं तीन जिलों में हुई थी।


वैरिएंट कुछ इस तरह से हैं

B.1-  देश में कोरोना की पहली लहर का वायरस

B.1.617.1-  इंडियन वैरिएंट (पहला बदलाव)

B.1.617.2 - इंडियन वैरिएंट (दूसरा बदलाव)

B.1.617.3- इंडियन वैरिएंट (तीसरा वायरस)

B.1.1.7 - यूके वैरिएंट

B.1.222 - साउथ एशियन वैरिएंट