द फॉलोअप टीम, रांची:
रिम्स उपाधीक्षक कार्यालय के बाहर करीब दो सौ लोग सुबह 9 बजे से प्रदर्शन कर रहे हैं। इन सबको काफी हटाने का प्रयास किया गया लेकिन जब 12 बजे तक सब नहीं हटे तो बरियातू थाना के प्रभारी ने सबको समझाया। कर्मचारी फिर भी नहीं माने। प्रदर्शन और विरोध को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह से रिम्स उपाधीक्षक कार्यालय के बाहर मुस्तैद है। सवाल उठता है की आखिर ये लोग हैं कौन और ये विरोध प्रदर्शन हो क्यों रहा है। दरअसल ये सभी आउटसोर्सिंग कर्मचारी है और इन्हे समय से पहले काम से हटाया जा रहा यही इसलिए यह विरोध कर रहे है।
क्यों हो रहा है आउटसोर्सिंग कर्मियों का प्रदर्शन
जब कोरोना अपनी पिक पर था तब जरूरत को देखते हुए रिम्स में टी एंड एम सर्विसेज कंसलटिंग प्राइवेट लिमिटेड ने विज्ञापन निकालकर 749 कर्मियों की बहाली की थी जिसमें स्टाफ नर्स, मल्टी परपस वर्कर/ हॉस्पिटल अटेंडेंट, एनएसथीसिया टेक्निशियन, लैब टेक्नीशियन,स्वीपर/सैनिटरी/अटेंडेंट/ट्रॉली मैन और सिक्योरिटी गार्ड शामिल थे। अप्रैल महीने के पहले सप्ताह में इनको नियुक्त किया गया था। 2 महीने इन सब से काम लिया गया और अब काम से हटाया जा रहा है। आउटसोर्स कर्मचारी विरोध कर रहे हैं। विज्ञापन में यह जिक्र था कि नियुक्ति न्यूनतम तीन माह और अधिकतम 1 साल के लिए की जाएगी लेकिन 2 महीने काम कराने के बाद बिना वेतन दिए ही हटाया जा रहा है।
विज्ञापन में वादा कुछ और और हकीकत अलग
टी एंड एम सर्विसेज कंसलटिंग प्राइवेट लिमिटेड ने नया लिस्ट जारी किया है जिसमें 396 लोगों को काम पर रखने की बात कही गयी है लेकिन नए लिस्ट में भी अगस्त तक ही लोगों को रखने की बात कही आ गयी है। कर्मचारियों ने डिप्टी सुपरिटेंडेंट कार्यालय के समक्ष जमकर हंगामा किया। एक कर्मचारी जो कंप्यूटर ऑपरेटर के तौर पर बहाल है उन्होंने बताया कि 6 मई को उसने ज्वाइन किया था लेकिन जॉइनिंग 13 तारीख के बाद की दिखाई जा रही है। उनके पास रजिस्टर की कॉपी है, जिसमें 6 तारीख से हाजिरी बना हुआ है। लिस्ट में उनका नाम नहीं है। बाकी कर्मियों के साथ भी कई गड़बड़ी की गई है। विरोध कर रहे कर्मियों ने बताया कि उनसे एफिडेविट भी लिया गया था कि 3 महीने तक काम कराया जाएगा और फिर वेतन मिलेगा। प्रूफ भी कर्मियों के पास है लेकिन इसके बावजूद उन्हें हटाया जा रहा है।