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श्मशान में बच्ची की गैंगरेप के बाद हत्या, आरोपी पुजारी ने मां को डराकर शव को जलाया

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द फॉलोअप टीम, दिल्ली: 

राजधानी दिल्ली में एक बार फिर निर्भया कांड की विभत्स यादें ताजा हुई हैं। दिल्ली कैंट में एक 9 साल की बच्ची के साथ गैंगरेप किया गया। आरोप है कि गैंगरेप के बाद आरोपियों ने बच्ची को जिंदा जला दिया। मिली जानकारी के मुताबिक मामले में पुलिस ने 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इन सबके खिलाफ पॉक्सो एक्ट, एससी एक्ट, हत्या और रेप सहित कई अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया है। आरोपियों से पूछताछ जारी है। इस घटना से लोगों में काफी नाराजगी है। 

सोशल मीडिया में न्याय के लिए चला कैंपेन
गौरतलब है कि दिल्ली कैंट में 9 साल की बच्ची के साथ गैंगरेप और फिर हत्या की वारदात के बाद सोशल मीडिया में जस्टिस फॉर दिल्ली कैंट गर्ल नाम का हैशटेग चल रहा है। लोग इस हैशटेग के जरिए ट्वीट कर आरोपियों के लिए फांसी की सजा की मांग कर रहे हैं। दिल्ली में कई स्थानों पर लोगों ने बच्ची को न्याय दिलाने के लिए कैंडल मार्च भी निकाला है। गौरतलब है कि 2 अगस्त का है। कहा जा रहा है कि दिल्ली के एक श्मशान घाट में इस घटना को अंजाम दिया गया। 

श्मशान घाट में पानी भरने गई थी बच्ची
मिली जानकारी के मुताबिक बच्ची रविवार की शाम को तकरीबन पांच बजे श्मशान घाट में पानी भरने गई थी। यहीं उसके साथ वारदात को अंजाम दिया गया। वहां मौजूदा पुजारी ने आनन-फानन में लड़की के अंतिम संस्कार की तैयारी शुरू कर दी। जब गांव वालों को इस बात की जानकारी मिली तो लोग बड़ी संख्या में श्मशान घाट पहुंच गए। लड़की के शव को चिता से उतारकर पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने लोगों के आरोप के आधार पर पुजारी और उसके तीन साथियों को हिरासत में लिया और जांच में जुट गई। अब आरोपियों के खिलाफ संगीन धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है। 

पुजारी ने अंतिम संस्कार का दवाब बनाया
दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि बच्ची शाम को श्मशान घाट में लगे वाटर कूलर से पानी लेने गई थी। आधे घंटे बाद ही पुजारी ने लड़की के परिजनों को बताया कि लड़की को कुछ हो गया है। उसके होंठ नीले पड़े हुए थे। हाथ में जलने का निशान था। लड़की के परिजनों के मुताबिक पुजारी ने बताया कि करंट लगने से बच्ची की मौत हो गई है। परिवार वालों का आरोप है कि पुजारी और उसके साथ मौजूद 2-3 लोगों ने दवाब बनाया कि बच्ची का तुरंत अंतिम संस्कार कर दिया जाए। उन्होंने कहा कि यदि पुलिस आएगी तो चीर फाड़ करगेी औऱ इसके बॉडी पार्ट्स निकाल लेगी। 

गांव वालों ने शव को जलाने से रोका
कहा जा रहा है कि बच्ची की मां पुजारी की बातों से डर गई। अंतिम संस्कार करने पर राजी हो गई। बच्ची के माता-पिता वापस लौटे और गांव वालों को सारी बात बताई। गांव वालों को दाल में कुछ काला नजर आय़ा। वे लोग भागते हुए श्मशान पहुंचे और चिता बुझाई। तब तक बच्ची के शव का काफी हिस्सा जल चुका था। उसके केवल दो पैर ही बचे थे। लोगों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने अधजले शव को कब्जे में लिया और पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवा दिया।