द फॉलोअप टीम, दिल्ली:
टोक्यो ओलंपिक्स में भाला फेंक स्पर्धा में स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा ने कहा कि मेरे लिये ये बहुत बड़ा दिन है। देश के लिए और एथलेटिक्स में पहला स्वर्ण पदक जीता, ये बहुत बड़ी बात है। स्वर्ण पदक जीतने के बाद पीएम मोदी ने नीरज चोपड़ा को व्यक्तिगत तौर पर फोन किया और बधाई दी। नीरज चोपड़ा ने पीएम मोदी से मांग की है कि ओलंपिक में ट्रैक और फील्ड स्पर्धा में और भी ज्यादा पदक आएं इसके लिए खिलाड़ियों को और भी ज्यादा प्रमोट किया जाए।
गोल्ड जीतने पर नीरज को कैसा लग रहा है
ट्रैक एंड फील्ड स्पर्धा में पहला व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीतने के बाद कैसा लग रहा है। इसके जवाब में नीरज चोपड़ा ने कहा कि अभी कुछ खास नहीं लग रहा है। भारत आने के बाद पता चलेगा। हालांकि ये जरूर है कि मेहनत की थी, ये जीत उसी का परिणाम है। नीरज चोपड़ा ने कहा कि ओलंपिक से बड़ा कुछ नहीं हो सकता। नीरज चोपड़ा से जब ये पूछा गया कि दूसरे प्रयास में 87.58 मीटर भाला फेंकने के बाद उनको लगा था कि गोल्ड पक्का हो गया। नीरज चोपड़ा ने कहा कि ऐसा नहीं है। बाकी थ्रोअर भी अच्छा कर रहे थे। दूसरे और तीसरे नंबर पर वो भी थे जिन्होंने अतीत में 88-89 मीटर तक भाला फेंका है। मैंने पूरे समय बस अपने प्रदर्शन पर फोकस रखा। मेहनत पर यकीन किया और अच्छा प्रदर्शन किया।
ओलंपिक रिकॉर्ड तोड़ना चाहते थे नीरज चोपड़ा
नीरज चोपड़ा अपने अंतिम थ्रो से पहले क्या सोच रहे थे। इसके जवाब में उन्होंने कहा कि मैं काफी उत्साहित था। ऐसा लग रहा था कि कुछ अद्भुत कर दूंगा। नीरज ने कहा कि उन्होंने ओलंपिक रिकॉर्ड तोड़ने का पूरा प्रयास किया। मैं अपना बेस्ट करने की कोशिश कर रहा था। यदि 90 मीटर से ज्यादा फेंक पाता तो औऱ ज्यादा खुशी होती। गौरतलब है कि जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने शनिवार को टोक्यो ओलंपिक्स में स्वर्ण पदक जीते। जैवलीन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने 87.58 मीटर भाला फेंका।
व्यक्तिगत स्वर्ण जीतने वाले दूसरे खिलाड़ी बने नीरज
गौरतलब है कि नीरज चोपड़ा ने भारत को ओलंपिक में ट्रैक एंड फील्ड प्रतिस्पर्धा का पहला स्वर्ण पदक दिलाया। इससे पहले 1960 में दिवंगत मिल्खा सिंह, 1984 में पीटी ऊषा और 2016 में जिम्नास्ट दीमा कर्माकर पदक से चूकी थीं। नीरज चोपड़ा दूसरे खिलाड़ीं हैं जिन्होंने व्यक्तिगत स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता। इससे पहले 2008 के बीजिंग ओलंपिक में निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने 10 मीटर एय़र राइफल में स्वर्ण पदक जीता था। नीरज जब भारत लौटेंगे तो उनका जोरदार स्वागत किया।