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Corona Update : कोरोना मरीजों के इलाज के लिए संशोधित गाइडलाइन जारी, जानिए! क्या करना चाहिए और क्या नहीं...

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द फॉलोअप टीम, डेस्क: 

कोरोना मरीजों के इलाज के लिए नई गाइडलाइन जारी की गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अंतर्गत काम करने वाली संस्था एम्स और इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च की कोविड-19 राष्ट्रीय टास्क फोर्स और ज्वाइंट मॉनिटरिंग ग्रुप ने कोरोना मरीजों के इलाज के लिए संशोधित गाइडलाइन जारी की है। चलिए, जानते हैं कि नई गाइडलाइन में क्या है। 

 

स्टेरॉयड के इस्तेमाल से बचने की सलाह
संशोधित गाइडलाइन में कहा गया है कि चिकित्सकों को स्टेरॉयड जैसी दवाओं के इस्तेमाल से बचना चाहिए। कहा गया है कि स्टेरॉयड के इस्तेमाल से मरीजं में ब्लैग फंगस सहित दूसरे किस्म के संक्रमण की आशंका बढ़ जाती है। गाइडलाइन में स्पष्ट कहा गया है कि स्टेरॉयड का समय से पहले या ज्यादा इस्तेमाल अथवा ज्यादा डोज सेहत के लिए ठीक नहीं है। 

किन मरीजों का होगा कैसा इलाज
चिकित्सकों को कहा गया है कि कोविड के हल्के, माध्यम या गंभीर लक्षणों वाले मरीजों का अलग-अलग तरीके से ट्रीटमेंट करें। कहा गया है कि यदि कफ 2 से 3 हफ्तों तक बंद नहीं होता तो मरीज को टीबी और अन्य तरह की जांच करवानी चाहिए। गौरतलब है कि बीते हफ्ते ही नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वीके पॉल ने स्टेरॉयड के दुरुपयोग और ओवरडोज के लिए चिंता जताई थी। गाइडलाइन में कहा गया है कि यदि सांस लेने में दिक्कत नहीं है। गले या नाक से जुड़े लक्षण दिख रहे हैं तो घर पर ही इलाज करवायें। कहा गया है कि ऐसे मरीजों को होम आइसोलेशन में इलाज करवाना चाहिये। 

होम आइसोलेशन किसके लिए जरूरी
संशोधित गाइडलाइन में कहा गया है कि जिन मरीजों का ऑक्सीजन लेवल 90.93 के बीच है उनको अस्पताल में भर्ती करवाना चाहिये। ऐसे मरीजों को ऑक्सीजन लगाने की सलाह दी गई है। संशोधित गाइडलाइन में मध्यम और गंभीर स्थिति में रेमडेसिविर की आपातकालीन इस्तेमाल की इजाजत दी गई है। गौरतलब है कि अधिकांश मरीज घर पर ही ठीक हो जा रहे हैं।