द फॉलोअप टीम, पटना:
बिहार में रोज ही नए राजनीतिक समीकरण बन रहे और टूट रहे, यदि बारीकी से देखा जाए तो अंदर खाने की खबर ऐसी ही है। लोजपा के घमासान, जदयू के अंदरुनी खींचतान और राजद के सत्ता-लक्ष्य के बीच बिहार के लेनीन कहे गए स्व. जगदेव बाबू के बेटे राजनेता नागमणि ने नई घोषणा करके सियासत को नई अंगड़ाई दी है। उन्होंने कोइरी समाज से राज्य का मुख्यनमंत्री बनाने को लेकर अभियान शुरू किया है। कई दलों में रहे और पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि जगदेव बाबू के शहादत दिवस 5 सितंबर को नई पार्टी बनाने की घोषणा करेंगे।
हर प्रखंड से जोड़े जा रहे 25-30 नौजवान
नागमणि ने एक बयान जारी किया है, जिसमें बिहार के सभी विधान सभा के कोइरी समाज के युवाओं से अनुरोध किया गया है कि प्रत्येक प्रखंड से 25-30 युवाओं का नाम और whatsapp नंबर एक सप्ताह के अंदर उन्हें भेजें। 27 साल के बाद अब उनकी एक ही तमन्ना है, कोइरी समाज से मुख्यमंत्री बनाना। आज़ादी के बाद हमने ही 1994 में कुशवाहा सम्मेलन करवाया था। अबतक समाज को समुचित हिस्सेदारी नहींं मिल सकी है। 27 साल में मेरे अलावा पटना गांधी मैदान में कोइरी शक्ति प्रदर्शन कराने की हिम्मत कोई भी नहीं कर सका है।
जगदेव बाबू के शहादत दिवस 5 सितंबर से अभियान का आगाज
नागमणि ने बताया कि 5 सितम्बर को शहीद जगदेव प्रसाद का शहादत दिवस है। अभियान का आगाज उस दिन कुर्था स्मारक पर माल्यार्पण कर किया जाएगा। उसी दिन बेतिया ज़िले के भिताघरवा से महात्मा गांधी ने अंग्रेज भगाओ आंदोलन का शुभारंभ किया था। वहीं से लालू-नीतीश भग़ाओ आंदोलन का शुभारम्भ किया जाएगा ताकि कोइरी समाज का महा शक्ति प्रदर्शन शानदार और जानदार ढंग से सफल हो।
लव और कुश का ढकोसला करते हैं नीतिश
नागमणि ने कहा कि नीतीश सरकार में फिर कोइरी समाज 1994 की स्थिति में आ गया है। आज न क़ोई VC है, न पब्लिक सर्विस commision का सदस्य, न कॉलेज सेवा सर्विस commision का अध्यक्ष, न Univercity service commision का मेम्बर है। अभी 5 आईपीएस कुशवाहा पदाधिकारी हैं, जिसमें 3 लोग ज़िला में है बाक़ी 3 को क्लर्क बनाए हुए हैं। जबकि कुर्मी देश भर के आईएएस, आईपीएस का डिस्प्युटेशन कराकर बिहार के सभी प्रमुख पदों पर पोस्टिंग कर कुरमीबाद किया जा रहा है। नीतिश लव और कुश का ढकोसला करते हैं।