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बिहार में कोविड का कहर! मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का 'समाज सुधार अभियान' कार्यक्रम रद्द

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द फॉलोअप टीम, पटना: 

बिहार में जनता दरबार तथा समाज सुधार अभियान के तहत जितने भी कार्यक्रम आयोजित किये जाने थे उनको रद्द कर दिया गया है। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इन कार्यक्रमों में व्यक्तिगत तौर पर हिस्सा लेना था। बिहार सरकार ने कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों की वजह से ये फैसला लिया। गौरतलब है कि बिहार सरकार के कई मंत्री भी कोरोना संक्रमित पाये गये हैं। 

बिहार में तेज है कोरोना की लहर
गौरतलब है कि बिहार में कोरोना वायरस की लहर काफी तेज हो गई है। प्रतिदिन रिकॉर्ड संख्या में मरीजों का मिलना जारी है। मिली जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री आवास के तकरीबन 35 कर्मचारी कोरोना से संक्रमित पाए गये हैं। इसके अलावा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीब 8 स्टाफ कोरोना संक्रमित हैं। हालांकि, किसी में भी कोरोना का स्पष्ट लक्षण नहीं है। अभी और सुरक्षाकर्मियों की जांच जारी है। कहा जा रहा है कि जांच रिपोर्ट आने के बाद प्रबल संभावना है कि संक्रमितों की संख्या में बढ़ोतरी होगी। 

बिहार में 4 मंत्री कोरोना से संक्रमित
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बुधवार को बिहार के 4 मंत्रियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। उपमुख्यमंत्री रेणु देवी, तारकिशोर प्रसाद, भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी और मद्य निषेध मंत्री सुनील कुमार कोरोना संक्रमित हो गये हैं। कई मंत्रियों ने ट्वीट कर खुद के संक्रमित होने की जानकारी दी। कहा है कि उनके संपर्क में आए लोग अपनी जांच करवायें और खुद को आइसोलेट करें। 

जीतन राम मांझी को भी हुआ कोरोना
बिहार में जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी भी कोरोना संक्रमित हैं। जीतन राम मांझी के परिवार के कई सदस्य भी कोरोना पॉजिटिव हैं। गौरतलब है कि बुधवार को बिहार कैबिनेट की बैठक होनी थी। हर रोज मंत्रियों की जांच की जाती थी। बुधवार को मीटिंग से ठीक पहले मंत्रियों की रिपोर्ट आई जिसमें 4 लोग कोरोना संक्रमित पाये गये।