द फॉलोअप टीम, पटना:
एसटीईटी (STET ) की रिजल्ट आने के बाद से ही विवाद लगातार जारी है। धांधली का आरोप लगाकर एसटीईटी अभ्यर्थी लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। हजारों की संख्या में मंगलवार को भी अभ्यर्थी पटना की सड़कों पर प्रदर्शन करने उतरे। अभियर्थियों ने बिहार के शिक्षा मंत्री विजय चौधरी के आवास को घेराव किया। अभ्यर्थी शिक्षा मंत्री से मिलने की मांग कर रहे थे। प्रदर्शन के कारण पटना के इको पार्क के पास जाम लग गया। यातायात की आवाजाही भी बाधित हुई। पुलिस अभियर्थियों को रोकने का प्रयास कर रही थी लेकिन जब अभियार्थी नहीं माने तो पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। जिससे अफरा-तफरी का माहौल हो गया। लाठीचार्ज के बाद नेता प्रतिपक्ष व पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा है कि यह सरकार लाठी वाली सरकार है। छात्र-छात्राओं पर लाठीचार्ज करवाती है। सरकार बेशर्म हो चुकी है। जनता से नीतीश कुमार को कोई लेना देना नहीं है, जिस बर्बरता से लाठीचार्ज की गई है। नीतीश कुमार भीष्म पितामह हैं। भ्रष्टाचार से इतना थका मुख्यमंत्री किसी भी राज्य का मुख्यमंत्री नहीं हो सकता।
क्या कहते हैं शिक्षा मंत्री
शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने कहा है कि अभ्यर्थियों को कुछ लोग गुमराह कर रहे हैं। अभ्यर्थियों की पात्रता हमेशा बरकरार रहेगी। जिन अभियर्थियों ने यह परीक्षा पास की है सब शिक्षक बहाली के लिए आवेदन देने के हकदार हैं। जो मेरिट लिस्ट निकली थी वह पात्रता की मेरिट लिस्ट थी। वह नियुक्ति की मेरिट लिस्ट नहीं थी। शिक्षा मंत्री की बातों से साफ़ है कि नियोजन इकाई के बाद मेरिट लिस्ट बनाई जाएगी , तब शिक्षकों की नियुक्ति होगी। 7वे चरण की नियुक्ति प्रक्रिया प्रारंभ होगी तब इन अभ्यर्थियों की उसमें नियुक्ति होगी। विजय चौधरी ने कहा है कि अभियार्थी किसी के बहकावे में ना आएं।
अभ्यर्थियों ने लोकतंत्र के खिलाफ बताया
पुलिस की इस हरकत को अभ्यर्थियों ने लोकतंत्र के खिलाफ बताया। पुलिस ने बताया कि वीआईपी एरिया में धरना प्रदर्शन पर रोक है। कोरोना की वजह से भी धरना पर रोक है। मौके पर मौजूद मजिस्ट्रेट ने कहा कि धरना के लिए जगह फिक्स है, अभियार्थी वहां धरना कर सकते हैं। लेकिन वे नहीं मानें इसलिए पुलिस हरकत में आयी। कुछ दिनों पहले भी अभ्यर्थियों ने बिहार बोर्ड के ऑफिस में प्रदर्शन किया था। अभियार्थी शिक्षा मंत्री से मिलने के लिए ऑफिस का गेट तोड़कर अंदर घुस गए थे। हालांकि पुलिस के समझाने के बाद वे वापस लौट गए थे।