द फॉलोअप टीम, पटना:
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने अपने सरकारी आवास को कोविड हॉस्पिटल बनाया। वीडियो संदेश जारी करके कहा कि उन्होंने आम जनों की मुफ्त इलाज की सुविधा के लिए सभी सुविधाओं से लैस कोविड केयर सेंटर बनाया है। स्वास्थ्य मंत्री और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चिट्ठी लिखकर इसे संचालित करने की अनुमति मांगी है। अब इस पर घमासान मच गया है।
तेजस्वी यादव के कोविड हॉस्पिटल पर उपजा घमासान
तेजस्वी यादव द्वारा बनाए गए कोविड हॉस्पिटल से सियासी घमासान उपजा बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री औऱ वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी (Sushil Modi) के ट्वीट से। सुशील मोदी ने ट्वीट कर कहा कि यदि कोविड हॉस्पिटल बनाना ही था तो पटना में अर्जित फ्लैट और मकानों में बनाया जा सकता था। सुशील मोदी ने ये भी कहा कि तेजस्वी यादव की दो बहनों ने एमबीबीएस की पढ़ाई की है। उनकी सेवा क्यों नहीं ली गयी। सुशील मोदी ने तेजस्वी यादव के सरकारी आवास में बने कोविड केयर सेंटर को उनकी नौटकीं करार दिया। इसी बात पर बवाल हो गया।
सुशील मोदी के ट्वीट पर राष्ट्रीय जनता दल का जवाब
सुशील मोदी द्वारा तेजस्वी यादव की आलोचना पर अभी राष्ट्रीय जनता दल ने पलटवार किया ही था कि इसमें लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्या (Rohini Acharya) भी कूद पड़ीं। रोहिणी आचार्या ने तकरीबन 1 दर्जन से भी ज्यादा ट्वीट किए। इनमें से अधिकांश ट्वीट की भाषा काफी आपत्तिजनक थी। ट्वीट काफी व्यक्तिगत हमलों पर आधारित थे। रोहिणी आचार्या ने सुशील मोदी की पत्नी के प्रोफेसर बनने पर सवाल उठाये। रोहिणी आचार्या ने एक के बाद एक कई ट्वीट किये।
सुशील मोदी और रोहिणी आचार्या के बीच ट्वीट
सुशील मोदी की एमबीबीएस वाली बात पर रोहिणी आचार्या ने सबसे पहले पलटवार किया। लिखा कि "ई हाफ पैंट मोदी अपनी सृजन चोरनी/कान कटनी/चावल लुटनी बहन के जैसा समझा है तेजस्वी तेज की बहनों को। लुच्चा कहीं का अब हमारे नाम पे राजनीति चमकाना चाहता है मुंह डेधवा"। रोहिणी आचार्या यहीं नहीं रूकी। उनका धुआंधार ट्वीट जारी रहा।
रोहिणी आचार्या ने अपने अगले ट्वीट में लिखा कि "आज के बाद से मेरा या मेरी बहनों का नाम लिया ना ये लीचर तो मुंह ठुर देंगे आ कर। भाग यहां से राजस्थानी मेंढक"। रोहिणी आचार्या ने आगे भी कई ट्वीट किए।
रोहिणी आचार्या ने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि"ई सुशील मोदी थेठर है सुधरेगा नहीं जब तक बिहार की बेटियों से थुरायेगा नहीं।
रोहिणी आचार्या ने एक और ट्वीट किया। इसमें रोहिणी आचार्या ने सुशील मोदी की पत्नी पर व्यक्तिगत निशाना साधा। लिखा कि "खबरदार आज के बाद तू या तेरे भोपु मेरे या मेरी बहनों के बारे में बोले ना तो समझ लेना। जा कर अपनी सो कॉल्ड प्रोफेसर बीवी (पता है कि कैसे बनी) से पूछ लेना की बेटियों से कैसे बात किया जाता है।
आखिर इस पूरे विवाद की शुरुआत कहां से हुई
इन सब की शुरुआत हुई थी सुशील मोदी के एक ट्वीट से। सुशील मोदी ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से लिखा कि" तेजस्वी प्रसाद यादव को सरकारी आवास की बजाय अवैध तरीके से पटना में अर्जित दर्जनों मकानों में से किसी को कोविड अस्पताल बनाना चाहिए था जहां गरीबों का मुफ्त में इलाज होता। इस ट्वीट से खफा तेजस्वी यादव की बहन रोहिणी आचार्या ने पलटवार किया था।
रोहिणी आचार्या ने लिखा कि " सरकारी आवास इनके पिता की है जो आग लग रही है। कान खोल कर सुन से ये जनता की दी हुई जो मेरा भाई जनता के नाम समर्पित करना चाह रहा है। तुम्हारे तरह नहीं कि जनता के पैसे से अपने ऐश कर रहा है जो कि चोर दरवाजा से हर बार हासिल करता है। हिममत है तो जनता के द्वारा चुन कर आ। बता दें कि जहां बीजेपी तेजस्वी द्वारा बनाये गये अस्पताल को नौटंकी करार दे रही है तो वहीं आरजेडी इसके जरिये सरकारी इंतजाम पर निशाना साध रही है।