द फॉलोअप टीम, रांची
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले क्या लालू जेल से बाहर निकल पाएंगे ? क्या बिहार की जनता इस बार लालू को प्रचार करते देख पाएंगे ? मान जा रहा है कि कल शुक्रवार को इस सवाल का जवाब मिल जाएगा। दरअसल चारा घोटाले के कई मामलों में सजायाफ्ता लालू यादव की जमानत पर झारखंड हाई कोर्ट में सुनवाई होगी। यह मामला हाई कोर्ट के जस्टिस अपरेश कुमार सिंह की अदालत में सुनवाई के लिए सूचीबद्ध है। लालू प्रसाद के अधिवक्ता देवर्षि मंडल ने बताया कि चाईबासा मामले में जमानत याचिका दाखिल की गई है। याचिका में सजा की आधी अवधि जेल में बिताने जाने और उनकी बीमारी हवाला देकर जमानत मांगी गई है।
पार्टी, परिवार और समर्थकों की निगाहें
लालू यादव की जमानत पर कल होनेवाली सुनवाई पर पार्टी, परिवार और समर्थकों की निगाहे हैं। सभी ऊपरवाले से दुआ कर रहे हैं कि लालू यादव को कल बेल मिल जाए। बिहार में विधानसभा चुनाव भी अक्टूबर-नवंबर में होनेवाले हैं। जल्द ही चुनाव आयोग इसकी तारीखों का एलान भी करनेवाला है। ऐसे में लालू यादव अगर अभी बाहर निकल पाते हैं तो उनकी पार्टी के लिए राहत का सबब होगा। सभी जानते हैं कि लालू करिश्मायी नेता हैं और चुनाव के दौरान उनकी मौजूदगी ही विरोधी पर हावी होने के लिए काफी है और उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं में जोश भरने के लिए। ऐसे में हर कोई उम्मीद पाले बैठा है कि लालू यादव को कल बेल मिल जाएगी। वैसे भी जिस आधार पर एक मामले में लालू को बेल मिली है। वो अहर्ता लालू पूरी कर रहे हैं। मसलन वो चाईबासा मामले में भी आधी से ज्यादा सजा भुगत चुके हैं। इसके अलावा वो गंभीर बीमारियों से भी ग्रसित हैं। बीमारी और ज्यादा उम्र की वजह से ही इस मामले के दूसरे आरोपी पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्रा को जमानत दी गई थी। हालांकि अब वो इस दुनिया में नहीं हैं।
न्यायाधीश अपरेश सिंह की अदालत में सुनवाई
सुनवाई को लेकर न्यायाधीश अपरेश कुमार सिंह की अदालत में याचिका को सूचीबद्ध किया गया है। चाईबासा कोषागार से अवैध निकासी मामले में सीबीआई की विशेष अदालत ने उन्हें दोषी मानते हुए 5 साल की सजा दी है। लालू प्रसाद ने दायर याचिका में कहा है कि वह आधी सजा पूरी कर चुके हैं। ऐसे में उनको जमानत दे दी जाए। पहले ही एक मामले में उनको जमानत मिल चुकी है।
15 बीमारियों से जूझ रहे हैं लालू
कोर्ट को लालू यादव के वकील की ओर से उनकी बीमारी का हवाला भी दिया गया है। जमानत के लिए दायर याचिका में बताया गया है कि वह करीब 15 बीमारी ग्रसित हैं। उनका इलाज कई सालों से रांची के रिम्स में हो रहा है। उनका स्वास्थ्य भी ठीक नहीं रहता है।इसलिए उनको जमानत दे दी जाए। जमानत के लिए लालू ने 4 जुलाई को हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। लालू प्रसाद 23 दिसंबर 2017 से चारा घोटाले मामले में जेल में बंद हैं। उन्हें दुमका, देवघर और चाईबासा मामले में सीबीआई की विशेष अदालत ने सजा सुनाई है। देवघर केस में उनको जमानत मिल चुकी है, लेकिन दुमका और चाईबासा कोषागार से अवैध निकासी से जुड़े दो मामलों में उन्हें जमानत नहीं मिली है।