द फॉलोअप टीम, रांची:
सरकार गिराने की साजिश के आरोप में पकड़े गए तीन लोगों की खबर के बाद झारखंड की सियासत गर्म है। झामुमो के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने थोड़ी देर पहले कहा कि स्थिर सरकार को अस्थिर करने की भाजपा की साजिश कभी कामयाब नहीं हो सकती। न झारखंड की जनता बिकाउ है, न ही झामुमो, कांग्रेस और राजद समेत अन्य सहयोगी दलों के विधायक ही बिकाउ हैं। सरकार टिकाउ है। पांच साल तक चलेगी। विपक्ष का सपना मुंगेरीलाल का ही रहेगा।
सीपी सिंह के बयान पर उठाया सवाल
सुप्रियो ने कहा कि भाजपा येनकेण प्रकारेण कर्नाटक मॉडल और एमपी मॉडल को हर राज्य में आजमाना चाहती है। हालांकि राजस्थान में उनकी भदद पिट गई। उनका अगला निशाना झारखंड ही था। मुझे आश्चर्य होता है भाजपा के मंत्री रहे हैं। विस स्पीकर भी रहे हैं (उनका इशारा सीपी सिंह की ओर था)! उन्होंने कहा कि हमलोग विवधायकों को खरीदने आएंगे तो हमें कोई पकड़ थोड़े पाएगा। कितने पारंगत हैं ये लोग कि जहां जाते हैं पकड़े नहीं जाते हैं। उनकी स्वीकारोक्ति है।
दीपक, निशिकांत भी कहते रहे हैं सरकार गिराने की बात
सुप्रियो ने कहा, हम लोगों को पहले से ही अंदाजा था। लोगों को लगने लगा था कि इस प्रकार से विधायकों के बीच भ्रम फैलाने के लिए साजिश की जा सकती है। इसका खुलासा दुमका चुनाव के समय भाजपा के वर्तमान प्रदश अध्यक्ष (दीपक प्रकाश) ने कहा था कि दुमका और बेरमो उपचुनाव के बाद सरकार गिर जाएगी। हमने पूरी तैयार कर ली है। कांग्रेस के जिला अध्यक्ष ने दुमका थाना में प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई थी। मधुपुर चुनाव के समय भी गोडडा सांसद निशिकांत दुबे ने कहा था कि चुनाव के बाद भाजपा की सरकार बनेगी। बाबूलाल मरांडी जल्द ही मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।
साजिश करने वाले जान जाएं, संघर्ष की कीमत लगाना आसन नहीं
सुप्रियो ने कहा कि चुनी हुई सरकार को अपदस्थ करने के लिए ये लोग बेकार की कोशिश करते हैं। झारखंड संघर्ष की भूमि होने के कारण जो भी लोग सत्ता के साथ जुड़े हैं, सभी संघर्ष से आए हैं। संघर्ष की कीमत लगाना आसन नहीं है। हम लोग जानते हैं कि धीरे-धीरे केंद्र सरकार किस रूप में सामने आ रही है, जो अलोकतांत्रिक और भयानक भी है। पेगासस के बाद अब तो यह खुलकर सामने आ गया कि केंद्र सरकार के विरुद्ध आप नीतिगत सवाल उठाते हैं तो आपको जवाबदेह बनाया जाएगा। आपको प्रताड़ित भी किया जाएगा। महज विपक्षी दल पर ही नहीं पत्रकार और उद्योगपति पर भी यह लागू होगा। भाजपा के अपने मंत्रियों पर भी लागू होगा।
पुलिस जांच में साफ होगा मामला
सुप्रियो ने कहा, अभी शुरुआती बात सामने आई है। पुलिस ही बहेतर बता पाएगी। पकड़ में आए लोगों की मंशा क्या थी। मंशा कुछ भी रहे। रांची पुलिस ने अभी तक जो भी बताया है। सीपी सिंह की बात को ही लेकर चलें तो होटल में छापा पड़ा अगर तो सामान छोड़कर भागने की क्या जरूरत थी। यह संदेह पैदा करता है। कांग्रेस विधायक जयमंगल सिंह की मामले में शिकायत परबोले कि सोशल मीडिया से उन्हें जानकारी मिली है।
(सुप्रियो ने झामुमो केंद्रीय कार्यालय में प्रेसवार्ता में जैसा बताया हूबहू)