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नीरज सिंह हत्याकांड के शूटरों का खौफ, पूर्व आईओ ने दर्ज करायी शिकायत, पुलिस छानबीन में जुटी

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द फॉलोअप टीम धनबाद 
नीरज सिंह हत्याकांड में जेल में बंद शूटरों से केस के पूर्व अनुसंधानकर्ता व तत्कालीन सरायढेला थाना प्रभारी निरंजन तिवारी की जान को खतरा बताया जा रहा है। सूचना है कि जेल  में बंद शूटर निरंजन तिवारी का अपहरण कर जान से मारने की योजना बनायी जा रही है। इसकी सूचना मिलने के बाद निरंजन तिवारी डरे हुए हैं। उन्होंने इसकी शिकायत सरायढेला थाना में की है।

आईओ को मारने की जेल में हो रही है साजिश ! 
बता दें कि निरंजन तिवारी फिलहाल चाईबासा टाउन थाना प्रभारी के पद पर पदस्थापित हैं। शिकायत के बाद धनबाद पुलिस अपने स्तर से कार्रवाई कर रही है और मामले की गुपचुप तरीके से जांच भी की जा रही है। निरंजन तिवारी कुछ दिन पहले सरायढेला थाना में मालखाना का प्रभार देने आये थे। मालखाना का प्रभार देने के बाद धनबाद के कई स्पाई ने उनसे संपर्क कर  बताया कि नीरज सिंह हत्याकांड में जेल में बंद शूटर अमन तिवारी, कुर्बान अली उर्फ सोनू, विजय सिंह उर्फ सागर उर्फ शिबू, चंदन सिंह उर्फ रोहित उर्फ सतीश व अन्य निरंजन तिवारी का अपहरण कर हत्या करने की साजिश कर रहे हैं।

तीन साल पहले सरायढेला के थे थाना प्रभारी 
उल्लेखनीय है कि 21 मार्च, 2017 को नीरज सिंह, अशोक यादव, मुन्ना तिवारी व ड्राइवर घपलू की स्टील गेट के पास गोलियों से भून कर हत्या कर दी गयी थी। हत्या के बाद निरंजन तिवारी को आनन-फानन में सरायढेला थाना प्रभारी बना कर उन्हें केस का अनुसंधानकर्ता बनाया गया था। 

आईओ ने कई शूटरों को गिरफ्तार करवाया था
अनुसंधान के दौरान मुन्ना बजरंगी गिरोह द्वारा हत्या किये जाने की जानकारी पुलिस को मिली और उसके बाद निरंजन तिवारी ने उत्तर प्रदेश पुलिस के सहयोग से शूटरों को गिरफ्तार किया। अमन सिंह को मिर्जापुर जेल से, कुर्बान अली उर्फ सोनू को यूपी कैंट स्टेशन से, विजय सिंह उर्फ सागर उर्फ शिबू को प्रतापगढ़ से व चंदन सिंह उर्फ रोहित उर्फ सतीश व पंकज सिंह को यूपी एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार कर धनबाद पुलिस को रिमांड पर दिया था। इस पूरी घटना में कई आरोपियों को रिमांड पर भी लेकर पूछताछ की गयी थी। बताया जाता है कि उसी समय से वे शूटरों की नजर पर चढ़ गये।

तिवारी का धनबाद आना-जाना लगा रहता है  
नीरज सिंह सहित चार लोगों की हत्या के पहले आइओ होने के साथ ही वह जिले में कई कांडों के अनुसंधानकर्ता भी रहे हैं। इसलिए उन्हें आये दिन कोर्ट में किसी न किसी काम से आना होता है। इसलिए निरंजन तिवारी ने अपने आवेदन के माध्यम से बताया कि नीरज सिंह हत्याकांड के अनुसंधान के दौरान पकड़े गये अपराधी उत्तर प्रदेश के कुख्यात गैंग के सदस्य हैं और पेशेवर अपराधी हैं। इन लोगों को कांड में गिरफ्तार कर धनबाद लाया था। शायद उसी कारण वे बदला लेने के मूड में हैं।