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ये कैसी परीक्षा: एक तरफ उठनी थी पिता की अर्थी दूसरी तरफ बेटी की हो रही थी शादी

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द फॉलोअप टीम, छपरा:
एक लड़की के लिए इससे बड़ा दुख और क्या होगा कि एक तरफ जहां उसकी डोली उठने वाली है वहीं दूसरी तरफ उसके पिता की अर्थी। ऐसी एक घटना हुई है अमनौर कल्याण पंचायत के खोरी पाकर गोविंद गांव में। दरअसल घर में बारात आने वाली थी लेकिन उसके पहले ही दुल्हन के को दिल का दौरा आया। उनकी मौत हो गई। 

दुविधा थी कि कैसे होगी शादी
अब ऐसे में दुविधा ये थी कि शादी वाले दिन जब घर के मुखिया गुजर गए है तो क्या निर्णय लिया जाए। ऊपर से ये परिवार बहुत गरीब भी है। गांव वालों ने फैसला लिया कि  शादी रोकी नहीं जाएगी बल्कि मंदिर में शादी कराया जाएगा। मंदिर में लड़की का विवाह हुआ और लड़की को ससुराल विदा किया गया। इसके बाद पिता की अर्थी उठी।

सुबह से मची थी अफरा-तफरी
गांव के बच्चा सिंह की बेटी की शादी थी। बारात बहुरैली शेखपुरा से आने वाली थी। 22 अप्रैल को तिलक समारोह संपन्न हुआ था औऱ बरात सोमवार को आने वाली थी। भगवान को कुछ और ही मंजूर था। बच्चा सिंह का अचानक हार्ट फेल हुआ और मौत हो गई। घर में कोहराम मच गया। गांव वालों का कहना था कि अगर शादी रुक गयी तो दोनों पक्ष को काफी नुकसान होगा। फिर सबकी सहमति से शादी हुई उसके बाद बच्चा सिंह की अर्थी उठी। पूरा माहौल गमगीन हो गया।