द फॉलोअप टीम, रांची : बेटे की जिद के आगे अंततः पिता नहीं झुका और अपने परिवार से नाता तोड़ दुनिया छोड़ कर चला गया। रांची के लोअर बाजार स्थित हरिजन बस्ती निवासी 50 वर्षीय रामदेव राम धुर्वा स्थित बैंक ऑफ इंडिया में कार्यरत थे। बेटे के लव मैरेज से दुखित पिता को यह गंवारा नहीं था। घरवाले को यह शादी किसी कीमत पर मंजूर थी। रामदेव राम ने बुधवार को अपने ही घर में फंदे से लटक गए।
क्यों हार मान गए रामदेव राम?
रामदेव राम एक बैंककर्मी थे। इनके चार बच्चे हैं। आसपास की बस्ती के लोगों ने बताया कि रामदेव राम के एक बेटे ने हाल ही में परिवार के खिलाफ जाकर अपनी मर्जी से शादी कर ली है। बेटे की इस हरकत से पूरा परिवार सकते में था। घर में इस मामले में बहस छिड़ गई। लेकिन बेटे ने घरवालों की एक न सुनी और अपनी नई नवेली दुल्हन को लेकर घर आ गया। पिता को बेटे की ये शादी मंजूर नहीं थी। घर में तनाव का माहौल कायम हो गया। घर-परिवार का यह तनाव उस समय मातम में बदल गया जब सुबह पता चला कि पिता ने अपने कमरे में फांसी लगाकर अपनी जिंदगी खत्म कर ली है।
पुलिस मामले की छानबीन में जुटी
रामदेव राम ने खुद को जब कमरे में बंद कर लिया तो, सभी ने दरवाजा खटखटाया पर उन्होंने दरवाजा नहीं खोला। इसके बाद दरवाजा तोड़ा गया। दरवाजा टूटने के बाद रामदेव को फंदे से लटका देख सभी स्तब्ध रह गए। आनन-फानन में उन्हें रिम्स ले जाया गया, जहां जांच के बाद डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है। परिवार में अभी मातम का माहौल पसरा हुआ है।