द फॉलोअप टीम, गुमला:
एक लड़की। पिता को डायन बिसाही के आरोप में मार डाला गया। मां किसी गंभीर बीमारी की वजह से चल बसी। महज 15 साल की उम्र में इस लड़की के साथ उसके ही रिश्तेदार ने बहुत गलत किया। बच्ची को बेच दिया गया। जहां बच्ची को बेचा गया वहां उसके साथ बलात्कार किया गया। बच्ची बीते तीन साल से बालगृह में रह रही थी। अब वो बड़ी हो गयी है और अपने घर जाना चाहती है लेकिन रिश्तेदार उसे अपनाने के लिये तैयार नहीं हैं।
परिवार ने पहचानने से मना कर दिया
पूरा मामला गुमला जिले का है। बच्ची के साथ उस वक्त दुष्कर्म की वारदात हुई थी जब वो महज 15 साल की थी। उस वक्त घटना के बाद पीड़िता को गुमला के जिंदा पतरा टोली गांव से लाकर गुमला के बालगृह में रख दिया गया था। वो बीते 3 साल से यहां रह रही है। अब उसकी उम्र 18 साल हो गयी है। नियमों के मुताबिक उसे बालगृह से जाना है। वार्डेन का कहना है कि बालगृह में केवल नाबालिग लड़कियों को ही रखा जाता है। युवती घर जाना चाहती है लेकिन परिवार वालों ने उसे पहचानने से इंकार कर दिया है। युवती के चचेरे भाई ने सीडब्ल्यूसी को पत्र लिखा है। उसने लिखा कि युवती उसके चाचा की बेटी नहीं है इसलिए उसे अपने साथ नहीं रख सकते।