द फॉलोअप टीम, पलामू:
झारखण्ड के चतरा जिला से आज एक बड़ी खबर सामने आई है। जहाँ टीपीसी (TPC तृतीय प्रस्तुति कमिटी) उग्रवादी संगठन और पुलिस के बीच मुठभेड़ हो गई! इस मुठभेड़ के बाद पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। जिसमें एक मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा हुआ है। दरअसल चतरा के पुलिस कप्तान को यह सूचना मिली थी कि टीपीसी की आवाजाही है उसी सूचना के आधार पर पुलिस ने सर्च अभियान चलाया था जिसके बाद मुठभेड़ हुई।
जंगल में चलाया गया था अभियान
चतरा एसपी राकेश रंजन को शुक्रवार की सुबह गुप्त जानकारी मिली की टीपीसी उग्रवादियों की आवाजाही इलाके में हो रही है। उक्त सूचना के आधार पर, झारखंड जगुआर और सैट टीमों के द्वारा एक सर्च अभियान चलाया गया। सर्च अभियान के दौरान आज सुबह टीपीसी के दस्ते के साथ मुठभेड़ हुई, जिसमें पुलिस को भारी पड़ता देख टीपीसी का दस्ता घने जंगलों का सहारा लेकर भाग गया।
सर्च अभियान के दौरान मिली गन फैक्ट्री
मुठभेड़ के बाद जब उग्रवादी जंगल की ओर भाग गए तब पुलिस ने इलाके में सर्च अभियान चलाना शुरू किया। सर्च अभियान के दौरान पुलिस को टी०पी०सी० की एक मिनी गन फैक्ट्री का पता लगा तथा एक .315 बोर राइफल भी बरामद हुआ. जिसमें सैकड़ों राउंड जिंदा कारतूस के अलावा बैरल आदि पिस्तौल भी हैं। मौके पर पुलिस ने गन बनाने के कई सामान भी बरामद किये गए हैं.
इलाके में ऑपरेशन जारी
चतरा के एसपी राकेश रंजन ने बताया कि इलाके में पुलिस बल तैनात है और ऑपरेशन जारी है. एसपी ने बताया कि टीपीसी की सभी गतिविधियों पर पुलिस नजर रख रही है. उग्रवादियों के खिलाफ लगातार यह अभियान जारी रहेगा।