द फॉलोअप टीम, पटना:
राजद में छिड़ा विवाद अब थमने का नाम नहीं ले रहा है। लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव और आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बीच छिड़ी जबानी जंग लगातार बढ़ती जा रही है। दो दिनों में इसका ग्राफ और बढ़ा। कल तेज को तेजस्वी यादव से मिलने नहीं दिया गया। तेज ने इसके लिए तेजस्वी के सलाहकार संजय यादव पर आरोप लगाया। हालांकि तेजस्वी ने कहा कि मुलाकात उनकी हुई। साथ ही मीडिया के मार्फत तेजप्रताप को सीख भी दी, बड़े भाई हैं। सम्मान है। लेकिन अनुशासनहीनता ठीक नहीं। खबर है कि राजद सुप्रीमो अपने पिता लालू प्रसाद से भी तेज ने बात की। इसके बाद उनका लहजा कल नरम पड़ता दिखा है। लेकिन कल शाम से फिर उनके बयान से लालू यादव के परिवार पर असर होता दिख रहा है। अब तेज प्रताप यादव ने फेसबुक पर पोस्ट लिख कर नेताओं को चेतावनी दे दी है। फेसबुक पोस्ट आने के बाद सियासी गलियरी हलचल तेज हो गयी है।
क्या कहना चाह रहे कविता के माध्यम से तेज प्रताप
राजद सुप्रीमो लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने रामधारी सिंह दिनकर की कविता 'कृष्ण की चेतावनी' की कुछ पंक्तियां अपने फेसबुक पोस्ट पर लिखी हैं। कहा है, मैं परिवार के खिलाफ नहीं कुछ बोलूंगा, मगर शांति स्थापित होने की पहल होनी चाहिए। कविता के ज़रिये तेज प्रताप परिवार और पार्टी में अपना हक़ मांग रहे हैं। कविता में लिखते तेज की दो न्याय अगर तो आधा दो। इसमें भी अगर बाधा हो। तो केवल दे दो पांच ग्राम। रखो अपनी धरती तमाम। तेज प्रताप के इस पोस्ट के बाद राजद के भीतर जारी सत्ता संघर्ष सामने आ गया है।
क्या कहना है तेजस्वी का
तेज ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के राजनीतिक सलाहकार संजय यादव पर आरोप लगाया है कि वो उन्हें मरवाना चाहतेहैं। भाई-भाई में फूट डालना चाहतेहैं। इधर, तेजस्वी यादव ने प्रतिक्रिया देते हुए एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा था कि नाराजगी होती रहती है, लेकिन माता-पिता ने हम सभी को संस्कार दिए हैं कि बड़ों का आदर करें। साथ ही अनुशासन में रहें। वहीं अब माना जा रहा है कि तेज प्रताप की लड़ाई अब लालू यादव के पास पहुंच गई है। राजद का यह सियासी कलह तेज प्रताप के बयांन के बाद शुरू हुआ है। तेज प्रताप अपने बयान में प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह को हिटलर बता दिया, जिसके बाद जगदानंद सिंह ने छात्र राजद में आकाश यादव के बजाय गगन कुमार को प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त कर दिया।