द फॉलोअप टीम, दिल्ली:
कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि इस देश में कांग्रेस के बिना भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ कोई भी राजनैतिक गठबंधन संभव नहीं है। दिग्विजय सिंह का ये बयान दरअसल, ममता बनर्जी के उस बयान की प्रतिक्रिया है जिसमें उन्होंने कहा था कि यूपीए क्या है। यहां कोई यूपीए नहीं है। ममता बनर्जी ने ये बयान मुंबई में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के मुखिया शरद पवार से मुलाकात के बाद कही थी। बयान पर सियासी बवाल मचा हुआ है।
जो लोग साथ आना चाहते हैं वो आयें!
दिग्विजय सिंह ने कहा कि जो लोग हमारे साथ आना चाहते हैं वो आयें। जो लोग हमारे साथ नहीं आना चाहते वो ऐसा करने के लिए स्वतंत्र हैं। दिग्विजय सिंह ने कहा कि हमारी लड़ाई सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ है। कहा कि देश में कांग्रेस के अलावा अधिकांश पार्टियों ने कभी ना कभी बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाई है। केवल कांग्रेस पार्टी ही सत्ताधारी बीजेपी के खिलाफ संघर्ष कर सकती है। उन्होंने कहा कि लोगों को ये समझना होगा कि देश में बीजेपी के खिलाफ कांग्रेस के बिना कोई भी गठबंधन संभव नहीं है। साथ आना ही होगा।
भारत में वर्तमान में दो विचारधारा है!
दिग्विजय सिंह ने कहा कि संघर्ष का मुख्य कारण विचारधारा है। कहा कि देश में दो तरह की विचारधारा है। पहली विचारधारा गांधी औऱ नेहरू की है वहीं दूसरी विचारधारा संघ की। संघ को धर्म का राजनैतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल करती है। कांग्रेस ने कभी भी धर्म को राजनीति के लिए इस्तेमाल नहीं किया। सभी पार्टियों को सझना होगा कि बीजेपी को हराने के लिए साथ आने की जरूरत है, कहा कि यूपी में केवल औऱ केवल प्रियंका गांधी की बीजेपी के खिलाफ संघर्ष करती दिखाई देती हैं। विधानसभा चुनाव से पहले औऱ कोई बीजेपी के सामने खड़ा नहीं दिखता।
ममता बनर्जी के किस बयान से बवाल!
गौरतलब है कि बुधवार को ममता बनर्जी ने मुंबई में एनसीपी नेता शरद पवार से मुलाकात के बाद कहा था कि यूपीए क्या है। यहां कोई यूपीए नहीं है। ममता बनर्जी ने ये बयान मुंबई के तीन दिवसीय दौरे के दौरान दिया था जहां उन्होंने एनसीपी औऱ शिवसेना के नेताओं से मुलाकात की। हालांकि ममता बनर्जी मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से नहीं मिल पाई थीं क्योंकि उनकी तबीयत खराब थी। ममता बनर्जी के बयानों से ऐसा लगता है कि वो कांग्रेस के बिना एक मोर्चा बनाने की तैयारी हैं जहां वो आगामी लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय विकल्प के तौर पर खुद को पेश करें।