द फॉलोअप टीम, रांची:
रांची के एक अस्पताल को तोड़े जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। दरअसल नगर आयुक्त मुकेश कुमार की कोर्ट ने फैसला लिया है कि 62 साल पुराने सेवा सदन को अगले 15 दिनों में तोड़ा जायेगा। शिकायत है कि कोर्ट के आदेश के बाद भी सेवा सदन ने अपना नक्शा नगर निगम को पेश नहीं किया। सेवा सदन पर नगर निगम ने 5.25 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है। बात अतिक्रमण की है। भाजपा ने नगर निगम सीईओ के बहाने राज्यर सरकार को घेरने में लगी है। रांची के सांसद सांसद संजय सेठ ने भी इसे तुगलकी फरमान बताया है। जबकि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और सांसद दीपक प्रकाश ने रांची सेवा सदन अस्पताल के तोड़े जाने के आदेश को अमानवीय और अलोकतांत्रिक बताया है।
भाजपा का हेमंंत सरकार को घेेेेरने का प्रयास
पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास ने सेवा सदन को तोड़ने के संबंधी आदेश पर कहा कि समझ से परे है यह निर्णय। एक ओर प्रभावशाली लोगों को केवल नोटिस जारी कर खानापूर्ति की जा रही है, वहीं दूसरी ओर जनसेवा में जुटे एक अस्पताल को तोड़ने का फरमान सुनाया जा रहा है। नये मरीज लेने पर रोक लगा दी गयी है। कोरोना के समय सेवा सदन ने डटकर लोगों की सेवा की और कई लोगों की जान बचाई। इसे तोड़ने का निर्णय पूरी तरह से अव्यवहारिक निर्णय है, इसे तुरंत वापस लेना चाहिए।