द फॉलोअप टीम, रांची:
वर्तमान में रांची से भाजपा के विधायक सीपी सिंह राज्य की विधानसभा में स्पीकर और मंत्री भी रह चुके हैं। वो राज्य के वरिष्ठ नेताओं में से हैं। उनकी बात गंभीरता से सुनी जाती है। लेकिन बजट सत्र में उनकी भी अनदेखी की शिकायत मिली है। आज सदन में जिस तरह का हंगामा हुआ, उसपर उनका कहना है कि मंत्रियों को ट्रेनिंग देने की जरूरत है। सीपी सिंह ने सदन के अंदर ही कहा कि जब कोई सदस्य बोल रहे होते हैं तो मंत्री खड़े हो जाते हैं। जब कोई विधायक खड़ा हो जाए तो मंत्रियों को बैठे ही रहना चाहिए। अगर मंत्री खड़े हैं तो खड़े हुए विधायक को बैठ जाना चाहिए।
मंत्री पद की होती है अपनी गरिमा
सीपी सिंह ने कहा कि मंत्री पद की अपनी गरिमा होती है। मंत्रियों को इसे समझना चाहिए। हालांकि सीपी की इस बात का स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता और पेयजल मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने विरोध भी किया। वहीं लोबिन हेंब्रम ने समझाइश दी, सीपी सिंहजी आप अपने विधायकों को समझाएं।
स्पीकर ने बुलाई कार्यमंत्रणा समिति की बैठक
बजट सत्र के पांचवें दिन भी भाजपा विधायक हंगामा करते रहे। इसी बीच सदन की कार्यवाही भी चलती रही। सीपी सिंह ने ही स्पीकर से गतिरोध खत्मइ कराने को कहा। इस पर स्पीकर ने कहा कि हमलोग मिल बैठ कर गतिरोध को दूर करेंगे। गतिरोध समाप्त करने के लिए कार्यमंत्रणा समिति की बैठक बुलायी गयी है।