द फॉलोअप टीम, दुमका:
राष्ट्रीय मत्स्य कृषक दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा दुमका में मत्स्य बाज़ार के नवनिर्मित भवन का उद्घाटन किया गया। कार्यक्रम में सूबे के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख भी उपस्थित थे। इस दौरान मुख्यमंत्री और कृषि मंत्री वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए मत्स्य कृषकों से रूबरु हुआ। मुख्यमंत्री और कृषि मंत्री ने कृषकों से संवाद किया। मत्स्य विभाग से मत्स्य विकास से संबंधित योजनाओं की जानकारी ली। जरूरी निर्देश भी दिए।
दुमका में मत्स्य कृषक दिवस का आय़ोजन
दुमका के मत्स्य बाजार परिसर में उपायुक्त रविशंकर शुक्ला की अध्यक्षता में राष्ट्रीय मत्स्य कृषक दिवस का आयोजन किया गया। उपायुक्त ने अलग-अलग प्रखंडों से आए हुए मत्स्य मित्रों तथा पालकों को संबोधित किया। उपायुक्त ने बताया कि आज ही के दिन डॉ. हीरालाल चौधरी और डॉ. केएच अलखुनी जैसे महान मत्स्यिकी वैज्ञानिकों द्वारा मछलियों के प्रजनन की दिशा में एतिहासिक सफलता हासिल की गई थी। उन्हीं की याद में राष्ट्रीय मत्स्य कृषक दिवस मनाय जाता है। उन्होंने बताया कि मछलियों के प्रजनन की वैज्ञानिक विधि द्वारा ही आज अंडबीज की उपलब्धता सुनिश्चित हो पाई है। ये नीली क्रांति में एक अभूतपूर्व योगदान माना जाता है।
उपायुक्त ने मत्स्य कृषकों को किया संबोधित
उपायुक्त ने कहा कि मुख्यमंत्री की प्राथमिकता के अनुरूप जिले में मत्स्य पालन को बढ़ावा दिया जा रहा है। कृषकों को संबोधित करते हुए उपायुक्त ने कहा कि इसके जरिए आपको आत्मनिर्भर बनाने की कोशिश की जा रही है ताकि आप आर्थिक रूप से सशक्त हो सकें। उन्होंने मत्स्य कृषको से कहा कि वे जिलो को मछली उत्पादन के क्षेत्र में अग्रणी बनाने में योगदान दें। बारिश होने पर तमाम जलस्त्रोतों में पर्याप्त मात्रा में बीज का संचयन सुनिश्चित करें ताकि दुमका जिले में अधिक से अधिक मात्रा में मछली उत्पादन किया जा सके। आप लोगों को सहायता भी दी जायेगी।
मत्स्य कृषकों का सहयोग करेगा जिला प्रशासन
उपायुक्त ने कहा कि राज्य सरकार और जिला प्रशासन मत्स्य कृषकों के उत्थान के लिए सतत प्रयासरत है। उन्हें पूर्ण रूप से स्वाबलंबी बनाने का प्रयास किया जा रहा है। आत्मनिर्भरता की तरफ ले जाने का प्रयास किया जा रहा है। किसानों को पचास फीसदी अनुदान पर फीड उपलब्ध करवाया जा रहा है। उपायुक्त ने कहा कि सभी लोगों के सहयोग और बेहतर कार्यशैली की बदौलत ही जिले में नीली क्रांति को सफल बनाया जा सकता है। प्रयास जारी रखना होगा।