logo

दावा : पैसों के लालच में बुजुर्ग पिता को मुंबई छोड़ आए बेटी और दामाद, बेटी ने कहा "मैं कभी मुंबई नहीं गई"

4658news.jpg
द फॉलोअप टीम, रांची 
एक बूढ़ा व्यक्ति, उम्र करीब 80 साल, मुंबई के सिद्दि विनायक मंदिर में अकेला, परेशान, हैरान। परिवार से दो हजार किलोमीटर दूर। नजरें किसी को ढूंढ रही हैं। नीरज सिंह राजपूत और शिखा वर्मा नाम के एक कपल की निगाह उस बूढ़े व्यक्ति पर पड़ती है। दोनों उस बूढ़े व्यक्ति को घर ले आते हैं। पति पत्नी का दावा है कि बूढ़े व्यक्ति को उनकी बेटी और दामाद ने मुंबई में लाकर छोड़ दिया है। यहां तक कि उनसे जायदाद की कागज पर साइन भी करवा लिया है। 

जब द फॉलोअप को यह बात पता चली तो हमने इस मामले की पड़ताल की। पता चला कि वह व्यक्ति झारखंड में गिरीडीह जिले के हीरोडीह थाने के किस्गो गांव का रहने वाला है। बेटी का नाम बेबी कुमारी है। लेकिन जब द फॉलोअप ने बेबी कुमारी से बीत की तो, उन्होंने इसकी अलग कहानी बताई। उनका कहना है कि पिता के हरनिया ते ऑपरेशन के लिए किसी अनजान व्यक्ति के कहने पर वह रांची गई थी। वहीं से उसके पिता और वह व्यक्ति गायब हो गए। इनलोगों ने पिता को कई जगहों पर ढूंढा। लेकिन पिता नहीं मीले। इसके बाद मुंबई से इस तरह की सूचना आई। 

बेबी यह भी कहती है कि उनका पति उनके साथ कई सालों से नहीं हैं, और ना ही बेबी कभी मुंबई गई है। लेकिन पिता के गायब हो जाने पर उन्होंने पुलिस में शिकायत क्यों नहीं दर्ज कराई इसका जवाब बेबी के पास नहीं है। लेकिन यह भी सच है कि अभी पिता को गायब हुए बहुत दिन नहीं हुए थे, उनकी तलाश जारी थी। 

द फॉलोअप ने उस व्यक्ति से भी बात की, जिसके साथ पिता के गायब होने का दावा बेबी कर रही थी। बेबी ने जो नंबर हमें दिया उसपर कॉल करने पर दूसरी तरफ का व्यक्ति बार बार राँग नंबर होने का दावा करता रहा। लेकिन उनकी बातों में घबराहट साफ झलक रही थी। उस व्यक्ति ने इसी डर से दो बार फोन काट दिया। 
मामला पेचिदा लगा तो हमने हीरोडीह थाना फोन लगाया। प्रभारी राधे श्याम ने बताया कि उनके पास किसी भी तरह की कोई शिकायत नहीं आई है। सिर्फ इतना पता है कि एक बुजुर्ग पास के गांव से गायब हुए थे। 

गलती किसकी है, और किसने बूढ़े व्यक्ति को मुंबई में छोड़ा यह जांच का विषय है। द फॉलोअप के तमाम प्रयासों के बाद भी उस बुजुर्ग से बात नहीं हो पाई, जो पूरी बात बता पाते। अच्छी बात यह है कि किसी एनजीओ के प्रयास से उस व्यक्ति को उनके गांव तक सुरक्षित पहुंचा दिया गया है। इस वक्त बुजुर्ग अपने बेटे और बहु के साथ अपने घर पर हैं।