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छत्तीसगढ़ पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी, 10 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

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द फाॅलोअप टीम, दंतेवाड़ा: 
माओवाद से बुरी तरह प्रभावित छत्तीसगढ़ में पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है।  राज्य के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में सुरक्षा बलों के सामने दस नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में से चार 2018 में हुए नीलवाया नक्सली हमले में शामिल थे। इस हमले में तीन पुलिस कर्मियों और दूरदर्शन के कैमरामैन की मृत्यु हो गई थी।

खुंखार माओवादियों पर 10 लाख का इनाम 
दंतेवाड़ा जिले के पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव ने बताया कि मंगलवार को क्षेत्र में माओवादी नेताओं की खोखली विचारधारा और हिंसा से परेशान होकर तथा लोन वर्राटू अभियान से प्रभावित होकर 10 नक्सलियों ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल तथा जिला बल के अधिकारियों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। पल्लव ने बताया आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में से पांच पर कुल 10 लाख रुपए का इनाम घोषित है। उन्होंने बताया कि जिले में लोन वर्राटू अभियान के शुरू होने के बाद से लेकर अब तक 187 नक्सलियों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। ‘लोन वर्राटू’ का अर्थ है ‘घर वापसी’।

इन माओवादियों ने किया आत्मसमर्पण 
आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में चार, माड़वी आत्या 20, भीमा कोर्राम 22, मुक्का माड़वी 26, और नरेश मरकाम 23 पर 2018 में जिले के नीलवाया गांव के करीब नक्सली हमले में शामिल होने का आरोप है। माओवादियों के एरिया कमेटी सदस्य कोसा मड़कम पर पांच लाख रूपए तथा दंडकारण्य आदिवासी किसान मजदूर संगठन के अध्यक्ष देवा मंडावी 22 पर एक लाख रूपए का इनाम है। यही नहीं आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों के खिलाफ क्षेत्र में सुरक्षा बलों को निशाना बनाकर बारूदी सुरंग में विस्फोट करने का भी आरोप है।