द फॉलोअप टीम, बोकारो:
आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के बच्चों के लिए शिक्षा आज कितनी महंगी हो गई हैं, ये वे बच्चे और उनका परिवार ही जानता है। सरकारी प्रयास से हर कोई परिचित है। इस कोरोना के लॉक डाउन ने रही सही कसर और तोड़ दी। इस मामले में बोकारो के चास का रामरुद्र उच्च विद्यालय भाग्यशाली निकला। उसे चंदन झा जैसा नेक इंसान मिल गया। चंदन हैं तो बोकारो के एसपी यानी पुलिस अधीक्षक, लेकिन उन्होंने पुलिस-पब्लिक दोस्ती की ऐसी मिसाल पेश की है, जिसकी चर्चा चारों ओर हो रही है।
स्कूल लाइब्रेरी को दीं किताबें
एसपी चंदन झा बताते हैं कि रामरुद्र उच्च विद्यालय के प्राचार्य ने उनसे मिलकर बच्चों के लिए पुस्तकों की समस्या साझा की थी। उसके बाद हमने सभी पुलिसकर्मियों से यह बात बताई। करीब दो साल से पुस्तकें जमा की जा रही थीं। उसके अतिरिक्त और किताबें प्रिंसिपल के हवाले की गई हैं। ये सारी पुस्तकें रामरुद्र उच्च विद्यालय की लाइब्रेरी में रखी जाएंगी। जिससे कि विद्यालय के कक्षा 9 से 12 के सभी बच्चे इससे लाभ उठा सकेंगे।
देशी-विदेशी लेखकों की किताबें
पुलिस परिवार की तरफ से कक्षा 9 से कक्षा 12 में उपयोग आनेवाले गणित और रसायनशास्त्र के कई बहुपयोगी पुस्तकें दी गई हैं। पुस्तकें देश-विदेश के नामी लेखकों द्वारा लिखी गई हैं। जिसका इस्तेमाल कर बच्चे अपना ज्ञानवर्धन कर सकते हैं। बोकारो पुलिस बच्चों के मन में एक विश्वास की भावना जगा कर आम जनता के साथ पुलिस पब्लिक के संबंधों को नया आयाम देने के लिए प्रयासरत है। पहले भी एसपी चन्दन झा स्कूलों में जाकर पढ़ाने और बच्चों की मदद करने को लेकर सुर्खियों में रहे हैं।