द फॉलोअप टीम, रांचीः
आज प्रधानमंत्री के संबोधन के बाद देश में जैसे भूचाल सा आ गया हो, हर नेता और राजनेता अपनी-अपनी राय रख हैं इसी कड़ी में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने बन्ना गुप्ता भी पीछे नही रहें हैं उन्होने भी केंद्र सरकार पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा है कि मोदी सरकार 700 से ज्यादा किसानों की हत्या करने वाली सरकार है। आने वाले चुनावों को देखते हुए ये निर्णय लिया गया हैं, इससे यह साबित हो गया हैं कि तीनों काले कानून सिर्फ प्रधानमंत्री के उद्योगपति मित्रों को खुश करने के लिए लाए गए थे और ये किसानों को गुलामी की ओर ले जाने वाला षडयंत्र था जो असफल हो गया हैं।
एमएसपी पर कुछ नहीं कहा
बन्ना गुप्ता ने कहा कि यह सोचने वाली बात है कि प्रधानमंत्री ने एमएसपी पर कुछ नहीं कहा, शहीद हुए किसानों के लिए कुछ नहीं कहा, अन्नदाताओं को हुए तकलीफों के लिए कुछ नहीं कहा। किसानों की आय दुगुनी कैसे दुगुनी हो इस पर कुछ नहीं कहा? किसानों की हत्या के लिए जिम्मेदार होने पर भी क्यों स्वीकार नहीं किया? तीनों काले कानून के लिए जो देश की संसद का बहुमूल्य वक्त और पैसा बर्बाद किया हैं इसके लिए जिम्मेदार कौन हैं?
प्रधानमंत्री पर भरोसा नहीं रहा
बन्ना गुप्ता ने प्रधानमंत्री के बातों को जुमलेबाजी बताते हुए कहा कि पीएम झूठ फरेब की राजनीति करते है इसी का परिणाम हैं कि देश की किसानों को भी प्रधानमंत्री पर भरोसा नहीं रहा हैं । इसलिए प्रधानमंत्री के घोषणा के बाद भी किसान संगठनों ने कहा कि आंदोलन तब तक खत्म नहीं करेंगे जब तक संसद में लाकर इसे संवैधानिक तौर पर निरस्त न किया जाए।