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हेमंत सरकार गिराने की साजिश में गिरफ्तार आरोपियों को बाबूलाल ने बताया पीड़ित, बरी नहीं हुए तो होगा उग्र आंदोलन

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द फॉलोअप टीम, रांची:

हेमंत सरकार गिराने की साजिश में गिरफ्तार दलाल कारोबारियों के समर्थन में अब भाजपा उतर आई है। तीनों आरोपियों को पीड़ित बताकर उन्‍हें रिहा करने की मांग तक उठा दी है। दूसरे शब्‍दों में कहें तो अब राजनीत शुरू हो गई है। जेएमएम और कांग्रेस जहां बीजेपी पर आरोप लगा रही है, वहीं भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने रविवार को संवाददाता सम्मेलन कर रांची पुलिस और सरकार पर निशाना साधा। बाबूलाल ने कहा कि आरोपियों के परिजनों ने देर रात उनसे मुलाकात की और बताया कि किस तरह अमित सिंह और निवारण प्रसाद महतो को बोकारो के डीएसपी ने गिरफ्तार किया। लेकिन फिर भी रांची पुलिस ने दोनो की गिरफ्तारी रांची के होटल से दिखाया है, जो कई संदेह पैदा करता है। 

 


 

सत्ता के टूल्स की तरह काम ना करे पुलिस
बाबूलाल मरांडी ने कहा ये इतनी बड़ी घटना है कि इसमें तो पुलिस के डीजीपी को पीसी कर मामले की जानकारी देनी चाहिए लेकिन डीजीपी तो छोडिये किसी पुलिस अधिकारी ने इसकी जानकारी मीडिया को नहीं दी। सिर्फ एक आधी-अधूरी विज्ञप्‍ति जारी कर कोरम पूरा कर दिया है। क्यों कि उन्हें पता है वे गलत हैं। बाबूलाल ने चेतावनी देते हुए कहा कि पुलिस अधिकारी ये ना सोचें कि इस तरह वे बच जायेंगे। हमारी सरकार आते ही उन्हें दंड दिया जायेगा। जहां वे रिटायर ही क्यों ना हो जाये। पुलिस सरकार का टूल्स की तरह काम ना करे। न्याय करे कानून का पलान करे।


महाराष्ट्र की तरह सरकार चलाने में लगे हैं हेमंत सोरेन
भाजपा विधायक दल के नेता ने कहा कि हेमंत सोरेन इन दिनों महाराष्ट्र मॉडल के तर्ज पर झारखंड सरकार को चलाना चाहते हैं। शायद यही वजह  कि वे इन दिनों महाराष्ट्र सीएम के बेटे को ट्वीटर पर फॉलो कर रहे हैं। दरासल सरकार महाराष्ट्र की तरह नये रास्ते अवैध कमाई की खोज रही है। हेमंत सरकार कोयला, बालू, दारू, आयरन ओर, पत्थर के बाद नये क्षेत्र से उगाही के फेर में है, ये बात हमने पहले भी कही थी तो आप लोगों को अटपटा लगा था। लेकिन ये आज सिद्ध हो रहा है। पुलिस अधिकारियों से मिल कर उगाही के नये रास्ते तलाश कर रही है। 

पूरे मामले की एसआईटी से हो जांच
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि जिस तरह से पुलिस ने विधायक के खरिद-फरोख्त मामले में छापा मार कर तीन बेगुनाह को पकड़ा है और इसपे उनके परिजन भी सवाल उठा रहें है। वे तीनों काफी गरीब हैं। जिन्हे पुलिस षडयंत्र के तहत फंसा रही है। जरूरत है, इस पूरे मामले की जांच सिटिंग जज की अध्यक्षता में बनी एसआईटी से कराई जाए ताकि सच्चाई सबके सामने आ जाये। हम सीबीआई जांच की मांग इसलिए नहीं कर रहे क्यों कि सरकार फिर बोलेगी कि राष्ट्रीय एजेंसी का दुरुपयोग हो रहा है। 

न्याय नहीं मिला तो होगा उग्र आंदोलन
बाबूलाल ने कहा कि इस सरकार में पुलिस जिसे चाहेगी जब चाहेगी जेल भेज देगी, ऐसे कानून थोडे ही काम करता है। सरकार अगर बेगुनाहों के साथ ऐसा करेगी तो हमारी पार्टी चुप नहीं बैठेगी, हम न्याय दिलाने के लिए सदन से सड़क तक आंदोलन करेंगे। सरकार को लगता है कि वे सही हैं, तो फिर जांच से भागे मत।