logo

वार्ता के बाद संविदा शिक्षकों के कार्य बहिष्कार के मामले का हुआ पटाक्षेप, दिवाली से पहले होगा मानदेय का भुगतान

2174news.jpg
द फॉलोअप टीम,जमशेदपुर : 
कोल्हान विश्वविद्यालय में घंटी आधारित संविदा शिक्षकों का दस दिनों के बाद अंततः विश्वविद्यालय प्रशासन से वार्ता के बाद कार्य बहिष्कार का आंदोलन खत्म हो गया। घंटी आधारित शिक्षक विश्वविद्यालय के किसी भी तरह के कार्य में अपना योगदान नहीं दे रहे थे। पर अब शिक्षकों ने अपना निर्णय वापस ले लिया है। शुक्रवार को अब इस मामले का पटाक्षेप हो गया है।

विवि प्रशासन के साथ सार्थक वार्ता हुई
झारखंड सहायक प्राध्यापक अनुबंध संघ के प्रदेश संरक्षक सह कोल्हान विश्वविद्यालय सहायक प्राध्यापक अनुबंध संघ के अध्यक्ष डा.एसके झा एवं संगठन सचिव डा.केके कमलेंदू के साथ कुलपति प्रोफेसर गंगाधर पंडा के साथ सार्थक वार्ता हुई। इसके बाद कार्य बहिष्कार का निर्णय वापस ले लिया गया।

27 अक्तूबर से चल रहा था कार्य का बहिष्कार
बता दें कि कोल्हान विश्वविद्यालय के घंटी आधारित शिक्षकों ने 27 अक्तूबर से मूल्यांकन, परीक्षा और सभी गैर शैक्षणिक कार्य का बहिष्कार कर दिया था। इसकी जानकारी संघ की सचिव डॉ. अंजना सिंह ने विवि प्रशासन को दे दी थी। कार्य बहिष्कार के अंतर्गत कोल्हान विवि के घंटी आधारित शिक्षक विवि के किसी भी तरह के कार्य में अपना योगदान नहीं दे रहे थे। पर अब शिक्षकों ने अपना निर्णय वापस ले लिया है। इसकी जानकारी कोल्हान विश्वविद्यालय संघ की सचिव डा. अंजना सिंह ने दी। 

जल्द शुरू होगा संविदा नवीकरण का काम
कोल्हान विश्वविद्यालय संघ के सचिव डा. अंजना सिंह ने बताया कि यह निर्णय कुलपति के आश्वासन पर लिया गया है। कुलपति की ओर से यह आश्वस्त किया गया है कि संविदा नवीकरण का कार्य 6-7 नवंबर से कर दिया जायेगा। लेकिन ये कार्य कुलसचिव की छुट्टी से आने के बाद होगा।

मानदेय का भुगतान दीपावली से पहले 
बताया गया कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने जुलाई-अगस्त का जो मानदेय भुगतान किया है, उसमें 30 फीसदी कटौती की गई राशि सहित मानदेय का भुगतान दीपावली से पहले कर दिया जाएगा। अप्रैल, मई एवं जून का मानदेय कुलाधिपति सह राज्यपाल  के निर्देश (29.10.2020) पर अगर एचआरडी फिक्स कर देती है, तो वही लागू होने की बात कही गई है। इस प्रक्रिया में अगर किसी भी तरह का परिवर्तन होता है तो विश्वविद्यालय कमेटी द्वारा की गई अनुशंसा पर छठ के बाद भुगतान कर दिया जायेगा, जिसकी प्रक्रिया विवि ने प्रारंभ कर दी है।